चमोली (Uttarakhand)। ग्लेशियर टूटने से आए सैलाब को 13 दिन हो गए हैं। इस दौरान 61 लोगों के शव और 28 मानव अंगों को मलबे से निकाला जा चुका है। 143 लोग अभी भी लापता हैं। ये लोग सैलाब में बहकर कहां गए होंगे, किसी को नहीं पता। ये न जिंदा ढूंढे जा सके हैं और न किसी की लाश मिली है। इनके परिजनों की उम्मीद भी अब टूटने लगी है। बता दें कि आपदा इतनी भयावह थी कि अब तक चमोली के कई हिस्सों में मलबा दिख रहा है, जो,चट्टान की तरह हो गया है।