अनपढ़ लोग गलत ढंग से कुरान की व्याख्या कर दंगे करा रहे
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में बेवजह इतनी मस्जिद और मदरसे बनाए जा रहे हैं। मजहबी उपदेशों का चलन बढ़ गया है जो अनपढ़ गरीबों को इस्लाम के नाम पर कट्टरपंथी बना रहा हैं। कुरान अरबी में है और हर कोई पढ़ नहीं सकता, लिहाजा ये कट्टरपंथी अपने हिसाब से उसकी व्याख्या करते हैं। और अपने ढंग से लोगों को उकसा कर दंगे करवा रहे।
सियासी फायदे के लिए कट्टरपंथ को बढ़ावा
तस्लीमा नसरीन ने कहा कि सरकार सियासी फायदे के लिये मज़हब का इस्तेमाल कर रही है और मदरसे कट्टरपंथी पैदा करने में लगे हैं। राजनीति को धर्म से अलग रखना जरूरी है। हिंदू दुकानों, घरों या मंदिरों में आग लगाने वाले लोग अकेले दोषी नहीं है। दोषी वह भी हैं जो वोटबैंक की राजनीति के लिए ऐसी खुली छूट देते हैं।