काबुल. 15 अगस्त, 2021 अफगानिस्तान के इतिहास में एक भयंकर परिवर्तन के दौर के रूप में दर्ज रहेगा। इसी दिन तालिबान ने काबुल पर कब्जा करके अपनी सरकार बनाने का ऐलान किया था। जिस तालिबान को अमेरिका और कई देश आतंकवादी संगठन मानते रहे; वो अब आतंकवाद को पालने-पोसने का काम कर रहा है। तालिबान सरकार में गृहमंत्री बनाए गए मोस्ट वांटेड आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) ने सुसाइड बॉम्बर्स (Suicide Bombers) को अपना हीरो बताया है। इन लोगों ने अमेरिका और अफगानिस्तान की सेना के खिलाफ ये हमले किए थे। काबुल में भारतीय दूतावास पर जुलाई 2008 में हुए आत्मघाती हमले के लिए भारतीय और अमेरिकी अधिकारियों द्वारा हक्कानी नेटवर्क को दोषी ठहराया गया था। इस हमले में 58 लोग मारे गए थे और लगभग 150 घायल हुए थे।