कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए चीन ने लॉन्च किया ऐप, करेगा अलर्ट

कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पूरी दुनिया में इसे लेकर लोगों के मन में डर है। ऐसे में, चीन ने इस वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए एक ऐप लॉन्च किया है। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 17, 2020 3:32 AM IST

हेल्थ डेस्क। कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पूरी दुनिया में इसे लेकर लोगों के मन में डर है। हजारों लोगों की जान इस वायरस के संक्रमण से हो चुकी है, वहीं सिर्फ चीन में लाखों की संख्या में लोग इस वायरस से संक्रमित होकर अस्पतालों में भर्ती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे सबसे बड़ी चुनौती बताया है। दुनिया भर के स्वास्थ्य वैज्ञानिक इस वायरस का कोई प्रभावी टीका खोजने में लगे हैं। ऐसे में, चीन ने इस वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए एक ऐप लॉन्च किया है। 'क्लोज कॉन्टैक्ट डिटेक्टर' नाम के इस ऐप से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने में मदद मिलेगी। यह ऐप कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने पर यूजर को अलर्ट करेगा और जांच के लिए अस्पताल जाने की सलाह देगा।

करना होगा रजिस्टर्ड
इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए यूजर को QR कोड स्कैन कर के अपने मोबाइल नंबर और नाम के साथ रजिस्टर्ड करना होगा। इसके बाद यह एक्टिव हो जाएगा। यह ऐप चीन ने इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉरपोरेशन के साथ मिल कर बनाया है। माना जा रहा है कि इस ऐप के इस्तेमाल से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने में आसानी होगी।

कैसे करता है काम
चीन की सरकार ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि यह ऐप कैसे इस बात का पता लगाता है कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं। कहा जा रहा है कि यह सिर्फ लोकेशन हिस्ट्री चेक करता है। ऐसे में, इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

फोर्ब्स में प्रकाशित हुई रिपोर्ट
प्रसिद्ध मैगजीन फोर्ब्स में इस ऐप को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। इसमें कहा गया है कि यह ऐप सिर्फ लोकेशन चेक कर यह बताता है कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं। जैसे ही ऐप की लोकेशन हिस्ट्री जांच में यह बात सामने आती है कि कोई ऐसे इलाके में गया था, जहां कोरोना वायरस फैला है तो यह यूजर को अलर्ट करता है। जरूरी नहीं कि कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्र में जाने वाला हर कोई वायरस से संक्रमित हो जाए। दूसरे, इससे चीन की सरकार को यह पूरी जानकारी मिल जाएगी कि कोई व्यक्ति कब कहां और किस वक्त मौजूद था। इसलिए इस ऐप को सिक्युरिटी के लिहाज से ठीक नहीं बताया जा रहा है।  

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