Amlaprash Recipe: चवनप्रास नहीं, सर्दियों का असली इम्यूनिटी बूस्टर है आम्लप्रास

Published : Dec 19, 2025, 09:10 AM IST
Amlaprash benefits

सार

Homemade Amlaprash: आम्लप्राश आयुर्वेदिक रेसिपी सर्दियों का असली इम्यूनिटी बूस्टर है। आंवला, तुलसी, केसर, शिलाजीत और खास मसालों से बना यह टॉनिक कमजोरी दूर करता है, पाचन सुधारता है और ठंड में शरीर को मजबूत बनाता है।

Amlaprash Benefits: आयुर्वेद में आम्लप्राश को हजारों सालों से इम्युनिटी बढ़ाने, कमजोरी दूर करने और शरीर को अंदर से मजबूत बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। चवनप्राश से अलग, आम्लप्राश में आंवला से तैयार की जाती है और इसमें ऐसे औषधीय मसाले मिलाए जाते हैं जो सर्दियों में संक्रमण, खांसी-जुकाम और थकान से बचाते हैं। अगर आप अपनी और अपने परिवार, खासतौर पर बच्चों-बुजुर्गों की इम्युनिटी नेचुरल तरीके से मजबूत करना चाहते हैं, तो यह रेसिपी जरूर ट्राई करें।

आम्लप्राश क्यों है खास?

आंवला विटामिन C का सबसे बड़ा नेचुरल सोर्स माना जाता है। जब इसमें तुलसी, केसर, सौंठ, घी और औषधीय मसाले मिलते हैं, तो यह शरीर के लिए एक पावरफुल विंटर टॉनिक बन जाता है। यह पाचन सुधारता है, फेफड़ों को मजबूत करता है और सर्दियों में शरीर को गर्म रखता है।

सीक्रेट स्पाइस मिक्स

  • बड़ी इलायची – 4
  • काली मिर्च – 2 tsp
  • लौंग – 1 tsp
  • छोटी इलायची – 20
  • दालचीनी – 4 इंच
  • जीरा – 2 tsp
  • सौंफ – 4 tsp
  • खसखस – 2 tsp
  • जावित्री – 3
  • तेज पत्ता – 10
  • केसर – थोड़ा सा
  • इन सभी मसालों को हल्का भूनकर पीस लें।

आम्लप्राश की सामग्री

  • आंवला – 1500 ग्राम
  • तुलसी – 20 ग्राम
  • गुलाब की पंखुड़ियां – 20 ग्राम
  • सौंठ (अदरक पाउडर) – 40 ग्राम
  • देसी घी – 50 ग्राम
  • गुड़ – 750 ग्राम
  • शिलाजीत – 10 ग्राम
  • शहद – 50 ग्राम
  • चांदी के वर्क – 10
  • केसर – ¼ ग्राम
  • तैयार सीक्रेट स्पाइस मिक्स

आम्लप्राश बनाने की विधि

सबसे पहले आंवले उबालकर उनके बीज निकाल लें और पेस्ट बना लें। कढ़ाही में घी गरम कर आंवला पेस्ट को धीमी आंच पर पकाएं। अब इसमें गुड़ डालें और अच्छी तरह मिलाएं। जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तब सीक्रेट स्पाइस मिक्स, सौंठ, तुलसी और गुलाब की पंखुड़ियां डालें। गैस बंद करके थोड़ा ठंडा होने पर शहद, शिलाजीत, केसर और चांदी के वर्क मिलाएं। कांच के जार में भरकर रखें।

इसे भी पढ़ें- बार-बार बिगड़ जाती है गजक, पट्टी और चिक्की की चाशनी, इस रूल से बनाएं परफेक्ट

सेवन का सही तरीका

रोज सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले 1 चम्मच खाएं।
इसे भी पढ़ें- मक्के की रोटी को बेलते वक्त फटने से कैसे बचाएं?

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

कोलकाता की 200 साल पुरानी बेकरी, जहां आज भी लकड़ी की भट्टी में बनते हैं केक
क्यों खास है पंकज त्रिपाठी की चाय? जानिए वो एक इंग्रीडिएंट जो सब बदल देता है पूरा स्वाद