सेब पर लगे स्टीकर का मतलब जानें, वरना हो सकता है नुकसान!

Why Some Fruits Sold With Sticker: फलों पर लगे स्टीकर में उनकी गुणवत्ता और उत्पादन विधि की जानकारी होती है। जानें अलग-अलग अंकों का क्या मतलब होता है?

Shivangi Chauhan | Published : Sep 2, 2024 4:04 PM IST / Updated: Sep 02 2024, 09:38 PM IST

फूड डेस्क: अगर आप दुकान से स्टीकर लगा हुआ सेब खरीदते हैं और सोचते हैं कि यह नया, महंगा और अच्छी क्वालिटी का है, तो यह खबर आपके लिए है। आजकल जब हम बाजार या दुकानों से सेब या अन्य फ्रूट्स खरीदते हैं, तो उसपर एक स्टीकर लगा हुआ आने लगा है। क्योंकि स्टीकर वाला सेब एक्सपोर्ट क्वालिटी का होता है और उसकी कीमत ज्यादा होती है। कई लोग समझते हैं कि असल में स्टीकर खराब हिस्से को ढंकने या सड़े हिस्से को छिपाने के लिए लगाया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है। हालांकि स्टीकर लगे चमकदार सेब को देखकर ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह महंगा है। क्योंकि कई बार विक्रेता स्टीकर लगे सेब को ज्यादा कीमत पर बेच देते हैं। लेकिन इस स्टीकर का सीधा संबंध सेहत से होता है। इसलिए जब आप सेब खरीदें, तो सेब पर लगे स्टीकर को पढ़ें। 

जानें फलों पर लिखे नंबर का क्या मतलब?

Latest Videos

सेब पर लगे स्टिकर में फल की गुणवत्ता और इसे कैसे उगाया गया है, इस बारे में जानकारी होती है। कुछ स्टिकर पर चार अंकों की संख्या होती है। इसका मतलब है कि उनमें 4026 या 4987 जैसी संख्याएं हैं। यह दर्शाता है कि इन फलों को कीटनाशकों और केमिकल का उपयोग करके उगाया गया है। इन फलों पर अक्सर कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है। ये फल सस्ते होते हैं और अगर आप इन्हें खाते हैं, तो इसका मतलब है कि आप ऐसे फल खरीद रहे हैं जिनमें उर्वरक और कीटनाशक हैं। 

10 मिनट में झटपट तैयार करें रेस्टोरेंट स्टाइल में मैंगो राइस

कुछ फलों पर पांच अंकों की संख्याएं होती हैं। इसका मतलब है कि ये फल जो 8 से शुरू होते हैं, जैसे 84131 और 86532। ये फल देसी नहीं हैं ये हाइब्रेड होते हैं और फल प्राकृतिक नहीं रहते हैं। ये कीटनाशक वाले फलों की तुलना में थोड़े महंगे होते हैं। इसके अच्छे और बुरे दोनों पहलू होते हैं।

हेल्थ के लिए सबसे बेस्ट फल कौनसे?

कुछ फलों पर पांच अंकों का कोड होता है जो 9 से शुरू होता है। अगर उस पर 93435 लिखा है, तो इसका मतलब है कि फल जैविक तरीके से उगाया गया है और उसमें किसी भी तरह के कीटनाशक या रसायन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। हालांकि यह एक सेफ फल है, लेकिन इसकी कीमत थोड़ी ज्यादा है। परंतु ये आपकी सेहत लिए अच्छे हैं।

नकली स्टिकर पर दें ध्यान

हर स्टिकर का अलग-अलग मतलब होता है, लेकिन कुछ लोग इसका इस्तेमाल नकली स्टिकर बनाने और फलों पर चिपकाने के लिए करते हैं। इस तरह के नकली स्टिकर का इस्तेमाल ग्राहकों से ज्यादा पैसे वसूलने के लिए किया जाता है। यह दावा करके कि वे एक्सपोर्ट क्वालिटी, टॉप क्वालिटी और प्रीमियम किस्म के हैं। इसलिए स्टिकर वाले फल खरीदते समय बहुत सावधान रहें।

2 टमाटर में बनाएं टेस्टी सांभर, एक बार बनाएंगे तो बार-बार बनाएंगे!

Share this article
click me!

Latest Videos

नवादा में क्यों दलितों पर टूटा दंबंगों का कहर, स्वाहा हो गए 80 से ज्यादा घर । Bihar Nawada News
नक्सली सोच से लेकर भ्रष्टाचार के जन्मदाता तक, PM Modi ने जम्मू में कांग्रेस को जमकर सुनाया
'तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी', Chandra Babu Naidu के बयान पर बवाल
Akhilesh Yadav LIVE: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता
हरियाणा BJP संकल्प पत्र की 20 बड़ी बातें: अग्निवीर को पर्मानेंट जॉब-महिलाओं को 2100 रु.