मुकेश-नीता अंबानी के एंटीलिया में 4,000 रोटियों के अलावा बनाई जाती है, ये वेज डिशेज

Published : Dec 14, 2025, 08:56 AM IST
Nita Ambani Mukesh Ambani

सार

Nita And Mukesh Ambani House Dish Story: मुकेश और नीता अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ में रोज 4,000 रोटियां क्यों बनाई जाती है। इसके अलावा उनके घर में क्या-क्या बनाया जाता है। आइए बताते हैं, दुनिया के सबसे चर्चित घर के रसोई की कहानी।

मुंबई में मुकेश और नीता अंबानी का आशियाना एंटीलिया (Antilia) है, जिसके बारे में पूरी दुनिया जाननी चाहती है। ऑल्टामाउंट रोड पर 27 मंजिला इमारत के अंदर की जिंदगी कैसी है। कैसे अंबानी फैमिली रहते हैं, क्या खाते-पीते हैं? हर किसी के जहन में चलता है। इस आलिशान इमारत में 40 हजार रोटी बनने की कहानी तो सबको पता है, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर रोटी क्यों बनाई जाती है और इसके अलावा अंबानी फैमिली क्या-क्या खाते हैं, आइए बताते एंटीलिया में स्थित किचन की इनसाइड स्टोरी।

एंटीलिया में कई किचन

एंटीलिया के किचन में खाना सिर्फ अंबानी फैमिली के नहीं, बल्कि यहां काम करने वाले सारे स्टाफ के लिए बनाए जाते हैं। उनका खाना भी सेम ही होता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंटीलिया में अलग-अलग मंजिलों पर कई किचन हैं। कुछ रोजमर्रा के खाने के लिए, कुछ मेहमानों के लिए और कुछ बड़े आयोजनों व त्योहारों के लिए बनाए गए हैं। इससे खाने की तैयारी सुचारू रूप से होती है और किसी एक किचन पर ज्यादा प्रेशर ना बनें।

एंटीलिया में बाहर से खाना नहीं मंगाया जाता है

यहां पर काम करने वाले शेफ अलग-अलग राज्यों के डिश ट्रेडिशनल तरीके से बनाते हैं। यहां पर बाहर से खाना नहीं बनाया जाता है। जिसको जो भी खाने का मन करता है, वो यहीं पर बनाया जाता है।

रोज 4,000 रोटियां क्यों बनती हैं?

एंटीलिया में 4 हजार रोटियां क्यों बनाई जाती है, ये हर किसी के जहन में होती है। तो इतनी रोटियां सिर्फ अंबानी फैमिली के लिए नहीं, बल्कि स्टाफ-मेहमानों के लिए भी बनाए जाते हैं। डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर अलग-अलग भोजन के समय के मुताबिक रोटियां बनाई जाती है। सब फ्रेश रोटी ही खाते हैं। यहां रोटियां स्टोर करके नहीं रखी जाती है। बची हुई रोटी को दान कर दिया जाता है।

पूरी फैमिली शाकाहारी

मुकेश और नीता अंबानी शुद्ध शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं। यही नियम घर में होने वाले बड़े आयोजनों और पार्टियों में भी लागू होता है। खान-पान में मौसमी सब्ज़ियां, संतुलित आहार और पारंपरिक भारतीय स्वाद को अहमियत दी जाती है। धार्मिक अवसरों पर प्याज और लहसुन का प्रयोग सीमित कर दिया जाता है, जो जैन/वैष्णव परंपरा को दर्शाता है। दिलचस्प बात यह है कि दुनिया के किसी भी कोने का व्यंजन आसानी से उपलब्ध होने के बावजूद, एंटीलिया में दाल, सब्जी, रोटी और चावल जैसी सादी भारतीय थाली ज्यादा देखने को मिलती है।

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एंटीलिया का रोज का मेन्यू

ब्रेकफास्ट- इडली, पोहा, उपमा, डोसा, फल और जूस

लंच -कई तरह की सब्जियां, दालें, चावल, रोटियां और दही बेस्ड डिश है।

डिनर: सूप, रोटियां, हरी सब्जियां।

स्नैक्स: चाट, ढोकला, कटे फल और कभी-कभी मिठाइयां, खासकर जब मेहमान हों।

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