Anti Aging Myth: एंटी-एजिंग के 2 बड़े मिथ्स, क्या सच में ऐसा करने से झुर्रियां पड़ती है?

Published : Oct 09, 2025, 08:08 PM IST
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सार

Common Myths About Anti Aging: एंटी एजिंग को लेकर सोशल मीडिया में तमाम तरह के मिथ सुनने को मिलाता है, जिसमें दो बड़े मिथ के बारे में आज हम जानेंगे, जिसे हर कोई करता है। स्किन एक्सप्रट डॉ. निती गॉर ने स्पष्ट किया है कि ये मिथ है या फिर सच।

हर कोई चाहता है कि उसकी त्वचा लंबे समय तक जवां और ग्लोइंग दिखे, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ चेहरे पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स आना नेचुरल प्रोसेस है। हालांकि, कई बार हम अपनी रोजमर्रा की कुछ आदतों के कारण इस प्रोसेस को फास्ट कर देते हैं- और यही कारण है कि एंटी-एजिंग से जुड़े कई मिथ्स और भ्रम फैल जाते हैं। एक पॉडकास्ट में स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. नीति गौर बताती हैं कि झुर्रियों की सबसे बड़ी वजह सिर्फ उम्र नहीं, बल्कि हमारी लाइफस्टाइल और फेशियल एक्सप्रेशन भी हैं। आइए जानते हैं उनके अनुसार एंटी-एजिंग से जुड़े दो बड़े मिथ्स की सच्चाई।

मिथ 1- सनग्लास पहनने से झुर्रियां कम होती हैं

कई लोगों को लगता है कि सनग्लास केवल स्टाइल का हिस्सा हैं, लेकिन असल में ये आपकी स्किन को प्रोटेक्ट करने का जरूरी टूल है। डॉ. नीति गौर के अनुसार, सनग्लास आपकी आंखों के आसपास की त्वचा को धूप की हानिकारक किरणों से ही नहीं बचाते, बल्कि ये झुर्रियां होने से भी रोकता है।

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जब हम बिना सनग्लास के धूप में जाते हैं, तो आंखों पर तेज रोशनी पड़ने से हम बार-बार आंखें सिकोड़ते हैं। यह रिपिटेटिव फेशियल मूवमेंट धीरे-धीरे झुर्रियों का कारण बनता है। इसके विपरीत, जब आप सनग्लास पहनते हैं, तो आपकी आंखों पर डायरेक्ट लाइट नहीं पड़ती और चेहरा रिलैक्स रहता है। जिससे आपकी स्किन पर बार-बार एक्सप्रेशन नहीं बनते, और झुर्रियां बनने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। इसलिए, अगर आप झुर्रियों से बचना चाहते हैं, तो केवल सनस्क्रीन नहीं बल्कि सनग्लास भी अपनी स्किन केयर रूटीन का हिस्सा बनाएं।

मिथ 2- च्युइंग गम खाने से झुर्रियां बनती है

यह एक आम मिथ है कि लगातार च्युइंग गम खाने से चेहरे की एक्सरसाइज होती है और स्किन टाइट रहती है। लेकिन डॉ. नीति गौर के अनुसार, सच्चाई इससे अलग है। लगातार एक ही पैटर्न में चेहरे की मसल्स को मूव करना- जैसे गम चबाना, बार-बार मुस्कुराना या आइब्रो उठाना- स्किन पर रिपिटेटिव स्ट्रेन डालता है। जब ऐसा लंबे समय तक किया जाता है, तो त्वचा की इलास्टिसिटी कम होने लगती है और उस हिस्से पर झुर्रियां गहराती जाती हैं। डॉ. नीति कहती हैं, “अगर आप लगातार गम चबाते हैं, तो आपके चेहरे की मसल्स बार-बार एक ही दिशा में काम करती हैं। ऐसा करना झुर्रियों को बढ़ा सकती है, खासकर मुंह के आसपास।”

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इसलिए, अगर आप सोचते हैं कि च्युइंग गम एंटी-एजिंग एक्सरसाइज का तरीका है- तो यह एक मिथ है। चेहरे की स्किन को टोन रखने के लिए हेल्दी डाइट, सही मॉइस्चराइजिंग और सन प्रोटेक्शन कहीं ज्यादा असरदार हैं।

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