Aris Coronavirus new variant 7 symptoms: क्या यह नया COVID वैरिएंट अलग-अलग लक्षण पैदा कर रहा है? जी.5 अब किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में देश में कोविड-19 संक्रमण का सबसे बड़ा हिस्सा है। यहां जानें एरिस के बारे में सब कुछ।
हेल्थ डेस्क: गर्मियों में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के बीच अब एक नया कोविड सबवेरिएंट खूब चर्चा में हैं। इसका नाम ईजी.5 है जिसे एरिस भी कहा जा रहा है। देखते ही देखते एरिस, संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रमुख तनाव का कारण बन गया है। EG.5 वेरिएंट ने पिछले महीने अमेरिका में प्रचलित ओमिक्रॉन XBB स्ट्रेन को तेजी से पीछे छोड़ दिया। अब आप सोच रहे हैं कि क्या यह नया COVID वैरिएंट अलग-अलग लक्षण पैदा कर रहा है? यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, ईजी.5 अब किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में देश में कोविड-19 संक्रमण का सबसे बड़ा हिस्सा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक स्तर पर मामलों में वृद्धि के कारण ईजी.5 को इंटरेस्ट के वेरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया। EG.5 वेरिएंट ने पिछले महीने अमेरिका में प्रचलित ओमिक्रॉन XBB स्ट्रेन को तेजी से पीछे छोड़ दिया है। नवीनतम CDC एस्टीमेट के अनुसार, 5 अगस्त को समाप्त होने वाली दो सप्ताह की अवधि में, ईजी.5 से अमेरिका में कोरोना के केस लगभग 17.3% बढ़ गए, जो दो सप्ताह पहले 12% थे।
ईजी.5 उर्फ एरिस क्या है?
ईजी.5 वायरस के ओमिक्रॉन एक्सबीबी सबलाइनेज (विशेष रूप से, XBB.1.9.2) का ही एक अंश है। WHO की जोखिम मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार, इसके स्पाइक प्रोटीन में एक अतिरिक्त म्यूटेशन है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट डॉ. एंड्रयू पेकोज ने TODAY.com को बताया, ‘जब हम इसके अनुक्रम को देखते हैं, तो ईजी.5 वास्तव में कुछ छोटे बदलावों के साथ अन्य XBB वेरिएंट के समान है जो अभी लोगो में फैल रहे हैं।’ WHO ने बताया कि 19 जुलाई, 2023 को निगरानी के तहत इसके वेरिएंट का पहली बार फरवरी 2023 में पता चला था। जिस तरह यह संक्रमण तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है, उसे देखते हुए भारत में भी इस पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है।
इन देशों में तेजी से फैल रहा एरिस
अब तक, EG.5 को 51 देशों में पाया गया है और विश्व स्तर पर इसके प्रसार में लगातार वृद्धि हुई है । WHO के अनुसार, अधिकांश केस चीन में हैं, इसके बाद अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और कनाडा हैं। कोविड-19 का नया वेरिएंट पिछले सभी वेरिएंट की तुलना में ज्यादा गंभीर और खतरनाक नहीं है। यानी की आपको परेशान नहीं बल्कि थोड़ी सावधानी बरतनें की जरूरत है।
क्या हैं इस नए वायरस के लक्षण
1. गले में खराश
2. नाक बहना
3. बंद नाक
4. छींक आना
5. सूखी खांसी
6. सिरदर्द
7. गीली खांसी
Eris Variant से खुद को ऐसे बचाएं
1. सबसे पहले आप कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं
2. हाथों को हमेशा साफ रखें, साबुन या सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें
3. भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे
4. मास्क लगाकर जरूर रखें
क्या कविड -19 टेस्ट एरिस का पता लगा सकता है?
एक्सपर्ट की मानें तो जिनको पहले कभी कोरोना हो चुका है उनको हॉस्पिटल में जाकर टेस्ट कराना चाहिए। PCR टेस्ट और रैपिड टेस्ट से कुछ हद तक इस वेरिएंट का पता लगा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसे लेकर पैनिक करने की जरूरत नहीं है। इस वक्त मामले बढ़ने की वजह पिछले इन्फेक्शन या फिर वैक्सीन से मिली इम्यूनिटी का कमजोर होना हो सकता है। इसलिए इस नए वेरिएंट से लड़ने के लिए बूस्टर शॉट्स बेहद जरूरी हैं।
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