50 से कम उम्र में पुरुषों को इसलिए आ रहे हार्ट अटैक, जिम करना भी है एक बड़ा कारण

Cardiac Arrest increasing in Men below 50: देश में 5 में से 1 हार्ट अटैक 50 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को होता है। यहां जानें 50 साल से कम के पुरुषों को क्यों आ रहे हार्ट अटैक?

Shivangi Chauhan | Published : May 31, 2023 7:29 AM IST

हेल्थ डेस्क: हार्ट अटैक(heart attacks) से मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल के दिनों में कई प्रसिद्ध हस्तियों का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। ऐसे में जिस चीज ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है वो यह कम उम्र में हार्ट अटैक आना रहै। नितेश पांडे और सिद्धार्थ शुक्ला जैसे कई सितारे हैं जो अपने 40s या 50s के दशक की शुरुआत में ही थे उनका निधन भी दिल की दौरा आने से हो गया। अनुपमा टीवी सीरियल के अभिनेता नितेश पांडे की 53 साल की उम्र में अचानक कार्डियक अरेस्ट(Cardiac Arrest) से हुई मौत के बाद यह देखने में आया कि पिछले दो सालों में 50 साल से कम उम्र के बावजूद भी कई लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

50 से कम उम्र वाले पुरुषों में ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा!

इंडियन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, भारतीय पुरुषों में होने वाले सभी हार्ट अटैक का 50 फीसदी 50 साल से कम उम्र में होते है। शोध और अध्ययनों के अनुसार, कम उम्र में पुरुषों को होने वाले हार्ट अटैक लगातार बढ़ रहे हैं। देश में 5 में से 1 हार्ट अटैक 50 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को होता है। अचानक आने वाले कार्डियक अरेस्ट का मतलब है कि दिल बिना किसी चेतावनी या पिछले लक्षणों के बाद काम करना बंद कर देता है।

50 साल से कम के पुरुषों को क्यों आ रहे हार्ट अटैक?

अनुवांशिक घटक

सबसे पहले तो हम आपको ये बता दें कि हृदय रोग एक प्रमुख अनुवांशिक घटक है। इसका मतलब है कि अगर आपके परिवार में दिल की बीमारियां कुछ पीढ़ी से चली आ रही हैं, तो आपको कम उम्र में कार्डियक अरेस्ट होने का खतरा ज्यादा होता है। हालांकि अगर आप बैलेंस लाइफ स्टाइल जीते हैं और स्वस्थ डाइट का पालन करते हैं तो इसे रोका जा सकता है।

डाइबिटीज की बीमारी

आपको बताते चलें अन्य लोगों की तुलना में डाइबिटीज के रोगियों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा कई अधिक होता है। आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज के साथ जी रहे हैं और करीब 2.5 करोड़ लोग प्री-डायबिटिक हैं। इसका मतलब है कि ऐसे लोगों को मधुमेह होने और हार्ट अटैक का अधिक खतरा है।

हाई इंटेंसिटी वर्कआउट

युवाओं में कार्डियक अरेस्ट का खतरा होने का एक बड़ा कारण काई इंटेंसिटी वर्कआउट और जिमिंग है। जिम जाना हेल्दी लाइफ का हिस्सा है लेकिन अत्यधिक हाई इंटेंसिटी वाले वर्कआउट आपकी हृदय गति और रक्तचाप को नियंत्रण से परे बढ़ा सकते हैं, जिससे अचानक दिल का दौरा पड़ सकता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल

भारत में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आने का दूसरा बड़ा कारण कोलेस्ट्रॉल के मामलों का हाई लेवल है। डॉक्टरों के अनुसार, भारतीयों का शरीर आनुवंशिक रूप से खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स जमा करने के प्रति बहुत संवेदनशील होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स दिल के लिए बेहद खराब हैं, जिससे अचानक कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।

लेजी लाइफस्टाइल

बढ़ते दिल के दौरे का एक कारण लेजी लाइफस्टाइल भी है। वर्क फ्रॉम होम और कोविड के बाद सक्रियता और उचित कामकाज की कमी के कारण बहुत सारे युवाओं में हृदय रोग के लक्षण देखने को मिले हैं।

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