International Yoga Day 2024: Cancer की नहीं होगी दोबारा एंट्री, योग और वॉक का ऐसा असर

कैंसर हो जाने के बाद इसे दोबारा फैलने से रोकने के लिए योग और वॉक रामबाण साबित हो सकता है। 3 स्टडीज में इस बात का प्रमाण मिला है कि इसे करने से इसकी दोबारा एंट्री या फैलने से रोका जा सकता है।

Nitu Kumari | Published : Jun 21, 2024 2:39 AM IST / Updated: Jun 21 2024, 10:36 AM IST

हेल्थ डेस्क.21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga day) मनाया जाता है। योगा करने के अनगिनित लाभ बॉडी और माइंड को मिलते हैं। लेकिन हम बात यहां पर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के बारे में करें। शोध में पता चलता है कि हर दिन अगर 30 मिनट योग और वॉक किया जाए तो कैंसर रोगियों में थकान कम करने और बीमारी के फैलने, वापस आने या मृत्यु के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

विश्व स्तर पर, हर साल 18 मिलियन से अधिक लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं। यह बिल्कुल सही है कि निष्क्रिय रहने से इस बीमारी के विभिन्न रूपों का जोखिम बढ़ जाता है। अब दुनिया के बड़े कैंसर शोधकर्ता इलाज के बाद मरीज को एक्टिव रहने के लाभों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। वो खुद इस पर शोध कर रहे हैं।दुनिया के सबसे बड़े कैंसर सम्मेलन, अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (ASCO) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत तीन अध्ययनों ने इस बात के बढ़ते प्रमाण को बल दिया है कि शारीरिक गतिविधि रोगियों की मदद कर सकती है, बाधा नहीं डाल सकती।

हम आपको यहां पर 3 योगासन के बारे में बताएंगे जिसे करने पर कैंसर को दोबारा बॉडी में घुसने से रोक सकते हैं।

वक्रासन

इस आसन के अभ्यास के लिए सबसे पहले आराम से बैठ जाएं। अब दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए उनके बीच कोई गैप न रखें। दाएं पैर को मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने के बगल में लाएं और दाएं हाथ को पीठ के पीछे ले जाते हुए जमीन पर टिकाएं। अब बाएं हाथ से दाहिने पैर के बाई ओर हाथ डालते हुए दाहिने पैर से घुटने को छुएं। सांस की गति को सामान्य रखें। रोजाना आधा से एक मिनट तक इसका अभ्यास करें।

उष्ट्रासन

इस योगा पोज को करने के लिए घुटनों के बल बैठकर आराम से हाथ हिप्स पर रख लें। पैरों के तलवे छत की तरफ रखें। सांस अंदर लेते हुए रीढ़ की निचली हड्डी को आगे की तरफ आने का दबाव बनाएं। फिर कमर को पीछे की तरफ मोड़ते हुए धीरे से हथेलियों की पकड़ पैरों पर मजबूत करें। कुछ देर बाद पुरानी अवस्था में आ जाएं और रिलैक्स करें।

गोमुखासन

वज्रासन की मुद्रा में बैठकर दाहिने पैर को घुटने से मोड़ें और बाएं पैर के कुल्हें के नीचे रखें। बाएं पैर को दोनों हाथों से उठाकर घुटने से मोड़ते हुए दाहिने पैर के ठीक घुटने के ऊपर रखें। बाएं हाथ को ऊपर से लेकर पीठ की ओर ले जाएं। अब दूसरा हाथ नीचे से होते हुए पीठ के पास रखें। बाद में दोनों हाथों की अंगुलियों को एक दूसरे से पकड़ लें। इस आसन को करीब 5 मिनट तक करें। इसका अभ्यास आप धीरे-धीरे करें।

भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद के लिए निकालिए वक्त

योग के अलावा आप हर रोज 30 मिनट तक वॉक जरूर करें। योग और वॉक कैंसर को बॉडी में आने से रोक सकते हैं। इसलिए अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से अपने बॉडी को सेहतमंद रखने के लिए थोड़ा वक्त जरूर निकालए।

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