प्रेग्नेंसी में उल्टी करते-करते महिला ने खो दिए सारे दांत, जानें क्या होता है हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम डिजिज

मां बनना एक महिला के लिए सुखद एहसास से भरा होता है। लेकिन 26 साल की लुईस कूपर (Louise Cooper) के लिए यह प्रेग्नेंसी का पीरियड काफी दर्दनाक रखा। महिला ने अपने पहले बच्चे के जन्म के दौरान सारे दांत गवां दिए।

हेल्थ डेस्क. प्रेग्नेंसी में उल्टी आना आम बात होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि यह एक रेयर डिजिज से भी जुड़ा है। हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम (Hyperemesis Gravidarum) जिसे एचजी भी कहते हैं दुनिया भर में 1 प्रतिशत महिला को प्रभावित करता है। इस बीमारी में प्रेग्नेंट महिला को इतनी उल्टी आती है कि उनके दांत क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। जैसा कि यूके में रहने वाली लुईस कूपर के साथ हुआ। तीन बच्चों की मां ने अपनी पहली प्रेग्नेंसी में सारे दांत गवां दिए थे इस बीमारी की वजह से।

25 साल की लुईस कूपर साल 2017 में पहली बार जब गर्भवती हुई तो फ्रांस के एक रिसॉर्ट में नैनी के रूप में काम करती थीं। प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलने एक एक सप्ताह बाद ही वो बीमार हो गई और उन्हें यूके लौटना पड़ा। वो हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम (एचजी) की शिकार हो गई थीं। लुईस को इतनी बार उल्टियां होने लगीं कि उसके दांत गिरने लगे। नवंबर 2017 में उनका पहला बच्चा पैदा हुआ और इसके छह महीने बाद उन्हें अपने सारे दांत निकलवाने पड़े। क्योंकि वो बहुत ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गए थे।

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दांतों को नुकसान उल्टी के एसीड की वजह से होता है

लुईस मीडिया से बातचीत में बताती हैं कि दांतों को नुकसान उल्टी के एसिड के कारण हुआ। प्रेग्नेंसी के 16 सप्ताह में अपना पहला दांत खो दिया था और यह अचानक ही टूट गया। इसके बाद सारे दांत खराब होने लगें। गर्भावस्था के अधिकांश समय वह बिस्तर पर ही पड़ी रही, जो भी खाती थीं वो उल्टी के रूप में बाहर निकल आता था।

बिना दांतों के जीवन सामान्य हो गया है

वो अब तीन बच्चों की मां बन चुकी हैं और तीनों प्रेग्नेंसी में उन्हें हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम से गुजरना पड़ा। बच्चा पैदा होने के बाद एचजी बीमारी खत्म हो जाती है। लुईस कहती है कि वो अब बिना दांतों के जीना सीख चुकी हैं। जीवन अब ठीक है, सब कुछ सामान्य हो गया है। हालांकि इसकी वजह से अब मैं ज्यादा नॉनवेज नहीं खा पाती हूं। मुख्य रूप से सब्जियां खाना पसंद करती हूं।

हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम एक दर्दनाक बीमारी है

लुईस बताती हैं कि बहुत से लोग इसकी तुलना कीमो के साइडइफेक्ट से करते हैं। इस बीमारी में आपको लगता है कि जैसे आप मर रहे हैं। यह इमोशनली और शारीरिक रूप से थका देने वाला होता है। लुईस ने कहा कि वह केवल बिना दांत के होने की समस्या से उबरने में कामयाब रही है और अब वह अपने डेन्चर के बिना ही घर छोड़ देगी।मैंने इस तथ्य को स्वीकार कर लिया है कि मेरे दांत नहीं हैं।

हाइपरमेसी ग्रेविडेरम के लक्षण

गंभीर बेहोशी

उल्टी लगातार होना

वजन घटना

डिहाइड्रेशन

हाइपरमेसी ग्रेविडेरम के ट्रीटमेंट

इंट्रावास्कुलर के मात्रा को फिर से भरने के लिए आईवी से तरल पदार्थ दिया जाता है। हाइपरमेसिस के ट्रीटमेंट में इलेक्ट्रोलाइट्स को बनाए रखना जरूरी होता है।सामान्य खारा या हार्टमैन घोल उपयुक्त समाधान हैं। आवश्यकतानुसार पोटेशियम क्लोराइड मिलाया जा सकता है।

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