Newborn baby care 1st month: नवजात शिशु की देखभाल के लिए ज़रूरी सुझाव जानें। माँ और पिता दोनों के लिए बच्चे की परवरिश में सही तरीके से शामिल होने के टिप्स।
Newborn Baby Care Tips: आजकल ज़्यादातर परिवार छोटे हो गए हैं, इसलिए नए माता-पिता को अक्सर नवजात शिशु की देखभाल कैसे करनी है, इसकी जानकारी नहीं होती। इस वजह से, वे अनजाने में ही बच्चे की देखभाल में कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं।वास्तव में, बच्चे की परवरिश एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है। खासकर नवजात शिशु की अच्छी देखभाल करना बेहद ज़रूरी है। इसलिए माँ के साथ-साथ पिता को भी बच्चे की देखभाल की ज़िम्मेदारी उठानी चाहिए। जैसे कि बच्चे का डायपर बदलना, रात में रोने पर उसे चुप कराना और सुलाना, इन सब कामों में पिता को भी शामिल होना चाहिए। तो चलिए, अब इस लेख में नए माता-पिता के लिए नवजात शिशु की देखभाल के कुछ ज़रूरी सुझावों के बारे में जानते हैं।
नवजात बच्चों को कैसे कपड़े पहनाएं (Newborn Baby Clothes)
नवजात शिशुओं को बहुत टाइट कपड़े न पहनाएँ। खासतौर पर उनके कपड़ों में बटन और हुक नहीं होने चाहिए। उन्हें आरामदायक कपड़े ही पहनाएँ। याद रखें कि बच्चे के कपड़े उनकी त्वचा पर दबाव नहीं डालने चाहिए।
नवजात बच्चों का ध्यान कैसे रखें ( Newborn baby tips)
आमतौर पर नवजात शिशु को देखने के लिए घर पर दोस्त और रिश्तेदार आते हैं। बच्चे को सभी के हाथों में न दें। क्योंकि कई लोगों के हाथ लगने से बच्चे को गर्मी लग सकती है और इससे बच्चे को कई तरह के संक्रमण हो सकते हैं। इसलिए, अगर कोई आता है, तो उन्हें बच्चे को दूर से ही देखने के लिए कहें। इसमें सख्ती करने में कोई बुराई नहीं है।बच्चे के माता-पिता, दोनों को ही बच्चे को उठाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह धो लेने चाहिए। नवजात शिशु ज़्यादा देर तक सोते हैं। लेकिन बच्चे को ज़्यादा देर तक सोने न दें। यह गलत है।
सोते हुए बच्चे को कभी भी जगाकर दूध न पिलाएँ। बच्चे के जागने पर ही उसे दूध पिलाएँ। बच्चे के जन्म के बाद शुरुआती कुछ हफ्तों में, हर 2-3 घंटे में बच्चे को दूध ज़रूर पिलाएँ।कुछ लोग बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे तुरंत पालने में लिटा देते हैं। लेकिन यह गलत है। इसके बजाय, बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे अपने कंधे पर रखें और उसकी पीठ थपथपाएँ, जब तक कि उसे डकार न आ जाए। अगर बच्चे को डकार नहीं आती है, तो उसे पेट दर्द होगा या वह उल्टी कर सकता है। बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसके होंठों को एक साफ, गीले कपड़े से पोंछ दें।
अगर बच्चे को तेज़ बुखार है, तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएँ और उसका इलाज करवाएँ, वरना बच्चे को दौरे पड़ सकते हैं।