खराब नींद हार्ट अटैक की आशंका को बढ़ा देता है। डायबिटीज और इनसोम्निया की बीमारी से ग्रस्ति लोगों में हार्ट अटैक का खतरा 70 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है।
हेल्थ डेस्क. इनसोम्निया (insomnia) की बीमारी से पूरी दुनिया के लोग जूझ रहे हैं। हर दिन में से एक शख्स अनिद्रा का शिकार है। एक्सपर्ट की मानें तो एक खराब नींद हार्ट समेत कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है। जिसमें हार्ट डिजिज, डायबिटीज, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर,मोटापा और डिप्रेशन है। स्टडी की मानें तो इनसोम्निया यानी अनिद्रा के शिकार लोगों में हार्ट अटैक होने के 70 प्रतिशत चासेंज बढ़ जाते हैं, जो इससे पीड़ित नहीं होते हैं उनकी तुलना में।
एक्सपर्ट की मानें तो कम नींद लेने से खासकर महिलाएं जो 5 घंटे से भी कम सोती हैं उनको हार्ट अटैक आने की आशंका ज्यादा हो जाती है। नींद का काम आना या फिर खराब नींद बॉडी के संचालन को खराब कर देती है। यह ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है, सूजन में बढ़ोतरी करता है और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है। ये तमाम चीजें मिलकर कार्डियोवैस्कुलर कंडिशन को खराब करते हैं। डायबिटीज पेशेंट जो अनिद्रा के भी शिकार होते है उनमें दिल का दौरा पड़ने की आशंका दोगुनी होती है।
अनिद्रा ((insomnia) के लक्षण
सोने में कठिनाई का होना
सोते रहने में कठिनाई होना
जल्दी उठना और दोबारा नहीं सो पाना
नींद और हार्ट अटैक का संबंध
कम नींद कैसे हार्ट को करता है प्रभावित
नींद शरीर के पुनर्निर्माण का वक्त होता है। अगर इसे नींद से वंचित कर दिया जाए तो कल्पना कर सकते हैं कि शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा।कम नींद तनाव हार्मोन को बढ़ा देता है। इतना ही नहीं एथेरोस्क्लेरोसिस को तेज कर सकता है। जिसे आमतौर पर धमनियों में प्लाक निर्माण के रूप में जाना जाता है। यह रुकावट पैदा कर सता है और अन्य हार्ट से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा सकता है और दिल के दौरे का कारण बन सकता है।
कम नींद आने पर क्या करें
एक्सपर्ट की मानें तो हर रात 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेनी चाहिए। अच्छी नींद के लिए आपको कुछ चीजें करने की जरूरत होती है। मसलन,कमरा अंधेरा, शांत और ठंडा होना चाहिए और उपकरणों को दूर रख देना चाहिए।कुछ ऐसा करें जिससे आपको आराम मिले, और यदि आपने ये सभी चीजें आज़मा ली हैं और फिर भी सो नहीं पा रहे हैं या पांच घंटे से कम सो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।इसके अलावा एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि दिन की झपकी रात की नींद को प्रभावित करती है। इसलिए इसे लेने से बचें। सोने के लिए एक ही बिस्तर का प्रयोग करें। जो मस्तिष्क को संकेत दे सकता है कि जब आप बिस्तर पर हों तो सोने का समय हो गया है।देर रात को न तो खाना खाएं और न ही शराब पियें।
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