Health Tips: शहद अमृत है, पर इसे खाने का सही तरीका जानना ज़रूरी है! गरम पानी में शहद डालकर पीने से पहले ये जान लें कि क्या ये वाकई फायदेमंद है या नहीं। बच्चों के लिए शहद कितना ज़रूरी है, ये भी जानें।
Right Way to eat Honey: आयुर्वेद में शहद को अमृत के समान कहा गया है। शहद मीठा ही नहीं होता, यह कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद होता है। शहद में पाए जाने वाले कई गुण इसे सेहत के लिए सबसे बेहतरीन (Honey Benefits for health) बनाते हैं। आजकल लोग वजन कम करने के लिए सुबह खाली पेट गर्म पानी में शहद डालकर पी रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि गर्म पानी में शहद डालकर पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है। लेकिन देखा जाए तो यह गलत है। गर्म पानी में शहद डालकर पीने का सही तरीका कुछ और ही है। आइए जानते हैं शहद को कैसे खाना चाहिए, ताकि इसके सही फायदे मिल सकें। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि असल में शहद से किसे फायदा होता है।
शहद को प्राकृतिक स्वीटनर कहा जाता है। मधुमक्खियों द्वारा बनाया गया शुद्ध शहद इम्युनिटी बूस्टर कहलाता है। शहद में कई एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर शहद शरीर को मजबूत बनाता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर बाहरी बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है। सर्दियों में शहद खास तौर पर फायदेमंद होता है। इसके सेवन से सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। शहद के नियमित सेवन से पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है। यह मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है। शहद त्वचा के लिए भी अच्छा माना जाता है। शहद में पाई जाने वाली प्राकृतिक मिठास तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। शहद में पाया जाने वाला आयरन एनीमिया को दूर करने में मददगार माना जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि शहद को बहुत गर्म पानी में डालकर पीने से इसके गुण नष्ट हो जाते हैं। उनके अनुसार आयुर्वेद में कहा गया है कि शहद को चाय और ग्रीन टी आदि में डालकर नहीं पीना चाहिए। अगर आप गर्म पानी में शहद डालकर पीना चाहते हैं तो पानी इतना गर्म होना चाहिए कि आप अपनी छोटी उंगली उसमें पांच से दस सेकंड तक डुबोकर रख सकें। अगर इससे ज्यादा गर्म पानी में शहद डाला जाए तो शहद किसी काम का नहीं रहता और इसके सारे गुण खत्म हो जाते हैं। इसीलिए आयुर्वेद कहता है कि शहद को गुनगुने पानी में डालकर ही पीना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि शहद का मुख्य काम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है। देखा जाए तो बड़ों को शहद नहीं खाना चाहिए। बच्चों को शहद की ज्यादा जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि शहद बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार साबित होता है। बच्चे अक्सर बाहर खेलते समय सर्दी, जुकाम और खांसी की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में शहद उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि 1 से 10 साल तक के बच्चों को शहद जरूर खिलाना चाहिए। बड़ों को इसकी जरूरत नहीं होती।
शहद को गुनगुने पानी में डालकर पिया जा सकता है। इसके अलावा खांसी होने पर अदरक के रस में शहद मिलाकर पीने से फायदा होता है। बच्चे को कब्ज की शिकायत हो तो उसे गुनगुने दूध में शहद मिलाकर पिलाने से फायदा होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है तो रोजाना सुबह एक से दो चम्मच शहद सीधे भी खा सकते हैं। इस तरह से शहद बहुत फायदेमंद होता है। आप शहद को ठंडी चीजों में मिलाकर भी खा सकते हैं, जैसे आइसक्रीम, सलाद, फ्रूट सलाद आदि। शहद को काली मिर्च और दालचीनी के साथ खाने से सर्दी ठीक हो जाती है।