World AIDS Day 2023: किसी के साथ भी हमबिस्तर हो जाने की है आदत, तो इस लाइलाज बीमारी को दे रहें बुलावा

विश्व एड्स दिवस लोगों के अंदर जागरुकता फैलाने के मकसद से मनाया जाता है। सही जानकारी नहीं होने की वजह से आज भी लोग इस लाइलाज बीमारी के चपेट में आ रहे हैं।

Nitu Kumari | Published : Nov 30, 2023 9:33 AM IST / Updated: Nov 30 2023, 06:24 PM IST

हेल्थ डेस्क. 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World Aids Day 2023) मनाया जाता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की पहल पर 1988 में इसे मनाने की शुरुआत हुई थी। इसका मुख्य मकसद लोगों को एड्स महामारी के प्रति जागरूक करना है।इस दिन दुनियाभर में सरकारी और गैर सरकारी संगठन 'एड्स से बचाव' विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। एड्स एक लाइलाज बीमारी है जिसे लेकर हर इंसान को जागरूक होने की जरूरत है।

एड्स क्यों होता है

एड्स (Acquired Immunodeficiency Syndrome) एक गंभीर रोग है जो एचआईवी (Human Immunodeficiency Virus) नामक वायरस के कारण होता है। एचआईवी मुख्य रूप से व्यक्ति के शरीर के इम्यून सिस्टम को हमला करता है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और व्यक्ति को विभिन्न इन्फेक्शन और बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

एचआईवी कैसे होता है

1.मल्टीप्ल पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाने से इसके होने का खतरा बढ़ जाता है। सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल ज्यादातर लोग नहीं करते हैं। जिसकी वजह से यह बीमारी हो सकती है।

2.नशे का सेवन

नशे का सेवन करने वालों में भी एचआईवी संक्रमण हो सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ नशीली दवाओं का इंजेक्शन लगाने के लिए उपयोग की जाने वाली सुई या अन्य इक्यूपमेंट साझा करने से एचआईवी हो सकता है। साफ सुइयों का उपयोग करना या इंजेक्शन इक्यूपमेंट को साझा न करने से इसका फैलाव रोका जा सकता है।

3.संक्रमित ब्लड से

एचआईवी पॉजिटिव ब्लड के संपर्क से भी यह फैल सकता है। अगर किसी इंसान के अंदर एचआईवी पॉजिटिव ब्लड चला जाता है तो उसे भी यह संक्रमति कर देता है। हमेशा साफ इंजेक्शन का उपयोग करना चाहिए। टैटू बनवाने से पहले नए सुई का इस्तेमाल करने को बोलें।

4.मां से बच्चे को हो सकता है

गर्भावस्था, प्रसव या ब्रेस्ट मिल्क के दौरान एचआईवी संक्रमित मां से उसके बच्चे में फैल सकता है। एंटीरेट्रोवाइरल दवाएं मां से बच्चे में संचरण के जोखिम को काफी कम कर सकती हैं।

एड्स का टेस्ट कराना जरूरी

एड्स के लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं। ऐसे में इसे पहचानने का एक ही तरीका है एचआईवी टेस्ट कराना। मल्टीप्ल पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाने वाले लोगों को एचआईवी टेस्ट जरूर करना चाहिए। मां बनने से पहले भी इसका टेस्ट जरूर कराएं। नशे के आदि लोग जो इंजेक्शन साझा करते हैं उन्हें भी एचआईवी टेस्ट कराना जरूरी होता है। एचआईवी से तभी बच सकते हैं जब हम सतर्क रहें। एड्स किसी के संपर्क में आने से नहीं फैलता है। यह यौन संबंध बनाने से, ब्लड के आदान-प्रदान से होता है। 

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