सार
एचआईवी और एड्स से जुड़ी बातों पर आज भी लोग आंख बंदकर के भरोसा कर बैठते हैं। एड्स पेशेंट से वो दूरी बनाकर रखते हैं। उन्हें लगता है कि कहीं उन्हें ना हो जाए। तो चलिए बताते हैं एड्स से जुड़े मिथक जिसे हर किसी को जानना चाहिए।
हेल्थ डेस्क. एड्स (Aids) एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी की चपेट में आने से अबतक लाखों लोगों की जिंदगी जा चुकी है। 1 दिसंबर को विश्व एड्स डे (World aids day 2023) मनाया जाता है। ताकि लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जा सके। इसे लेकर कई तरह के कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। एड्स (Acquired Immunodeficiency Syndrome) का कारण HIV (Human Immunodeficiency Virus) है। यह एक वायरस है जो मानव इम्यूनोग्लोबुलिन (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है और शरीर की सुरक्षा कमजोर कर देता है। अब तक इस वायरस के खिलाफ 100% प्रभावी वैक्सीन तैयार नहीं हुई है। इस बीमारी से जुड़ी कुछ बाते हैं जो गलत है, लेकिन लोग इसे सच मान बैठते हैं। तो चलिए बताते हैं एड्स से जुड़े मिथक (common myths about HIV and aids) जिस पर बिल्कुल विश्वास ना करें।
1. HIV संपर्क से फैलता है संक्रमण
अक्सर लोगों को लगता है कि HIV छूने या पास रहने से फैलता है। जो कि बिल्कुल गलत है। यह केवल एचआईवी इंफेक्टेड ब्लड,सीमेन,वजाइनल फ्लूइड और वायरस युक्त तरल पदार्थों जैसे ब्रेस्ट मिल्क के शरीर में अंदर जाने से होता है। चुंबन, गले लगने या फिर छूने से यह रोग नहीं होता है।
2.एड्स के रोगी से संपर्क के खतरे
एड्स के मरीज के पास रहने से, एक ही बर्तन में खाना खाने से या फिर जिम के इक्विपमेंट शेयर करने से भी नहीं फैलता है।
3. एड्स का इलाज हो सकता है
अब तक एड्स का पूर्ण इलाज नहीं है। वैक्सीन इसे लेकर नहीं बनाया गया है और ना ही कोई कारगर दवा है। नियमित चेकअप और लक्षण के आधार पर दवाएं दी जाती हैं।
4.ओरल सेक्स से एचआईवी फैल सकता है
आमतौर पर सेक्स करने से एचआईवी फैल सकता है। लेकिन ओरल सेक्स से एचआईवी फैलने की आशंका बहुत कम होती है। अगर पार्टनर एचाईवी पॉजिटिव है और महिला पार्टनर के मुंह में इजैक्यूले हो जाता है तो एचआईवी संक्रमित होने का रिस्क कम होता है। लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक अगर महिला के मुंह में अल्सर या मसूड़ों में खून आता है तो एड्स होने का रिस्क बढ़ जाता है।
5. एड्स होने पर तुरंत बीमारी के लक्षण नजर आने लगते हैं
एचआईवी या एड्स होने पर तुरंत बीमारी के लक्षण नजर नहीं आते हैं। हो सकता है कि आप सालों तक नॉर्मल जिंदगी जिएं। क्योंकि यह बीमारी इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है। जिसकी वजह से अन्य बीमारियों का अटैक आप पर होता है। इसलिए एचआईवी का पता लगाने के लिए टेस्ट कराना बहुत जरूरी होता है। खासकर जब आप कई पार्टनर के साथ सेक्स रिलेशनशिप में हों।
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