मैं से शुरू होकर मैं पर खत्म होती ऐसे लोगों की बातें, दूर रहने में है भलाई

रिश्तेदार में, दोस्त में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी बातें मैं से शुरू होकर मैं पर ही खत्म होती है। ये स्वभाव कभी-कभी काफी परेशान करने वाली होती है। जो लोग इस तरह का व्यवाहर करते हैं वो सेल्फ सेंटर्ड (स्व केंद्रित) होते हैं।

रिलेशनशिप डेस्क. मेरी एक अच्छी दोस्त थी, उसकी बातें कभी भी दूसरों की प्रशंसा से शुरू नहीं होती थी। बस वो खुद की तारीफ के पुल बांधती थी। मैं ये मैं वो...कभी-कभी उसका ये नेचर परेशान भी कर देता था। क्या यार कभी दूसरों की भी खूबियां देख लिया करों। गलती उनकी नहीं थी, उनका स्वभाव ही कुछ ऐसा हो जाता है। सेल्फ सेंटर्ड लोग कभी किसी की नहीं सुनते हैं। उन्हें लगता है कि वे दुनिया का केंद्र हैं और सब कुछ उनके अनुसार ही चलना चाहिए। इस वजह से इनके साथ रहना या रिश्ता निभाना मुश्किल हो सकता है। हम यहां कुछ ऐसे कॉमन फ्रेज (common phrases) बताएंगे जो सेल्फ सेंटर्ड लोग बोलते हैं।

"मैं, मुझे और मेरा" जैसे शब्दों का अधिक उपयोग

सेल्फ सेंटर्ड लोग खुद को और अपनी राय को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं। वे अक्सर "मैं, मुझे और मेरा" जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं, जो दर्शाता है कि उनके लिए सब कुछ सिर्फ उनके बारे में है।

Latest Videos

"तुम समझ नहीं पाओगे।"

सेल्फ सेंटर्ड लोग दूसरों की उपेक्षा करते हैं और अपनी समस्याओं को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते हैं। वे सोचते हैं कि जो वे कर रहे हैं वह बहुत अनोखा और प्रशंसा के योग्य है, और अक्सर दूसरों की समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे लोग आपकी मेंटल तनाव देने का काम कर सकते हैं।

"तुम्हारे जीवन में मेरा होना तुम्हारे लिए सौभाग्य है।"

ऐसे लोग मानते हैं कि वे दूसरों पर एहसान कर रहे हैं, चाहे वह दोस्ती हो या कोई रिश्ता। वे इस वाक्य का प्रयोग करके खुद को अधिक महत्वपूर्ण बताते हैं, जो यह दिखाता है कि वे दूसरों को कमतर समझते हैं। ऐसे लोगों से दूर रहने में ही भलाई है, क्योंकि इनकी बातें मानसिक रूप से परेशान करने वाली होती है।

"तुम मेरी बात क्यों नहीं सुन रहे हो?"

स्व-केंद्रित लोग खुद को हर बातचीत का केंद्र मानते हैं। जब उन्हें किसी का पूरा ध्यान नहीं मिलता, तो वे परेशान हो जाते हैं। जबकि वे खुद दूसरों पर ध्यान देने में रुचि नहीं रखते।

"मुझे XYZ के बारे में सब पता है।"

ऐसे लोग सोचते हैं कि उनकी राय हमेशा महत्वपूर्ण और दूसरों से बेहतर है। वे इस तरह के वाक्य का प्रयोग करते हैं, जो उनके अभिमान और नम्रता की कमी को दर्शाता है।

"मुझे अकेले रहना अच्छा लगता है।"

इन लोगों को लगता है कि वे इतने अच्छे हैं कि कोई उनके लायक नहीं है। वे अपने दोस्तों, परिवार या पार्टनर से ऐसा कहते हैं, जिससे दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है।

"मुझे यह मिलना ही चाहिए।"

चूंकि स्व-केंद्रित लोग खुद को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं, इसलिए वे विशेष ध्यान, उपचार और सुविधाओं की मांग करते हैं, चाहे उन्होंने इसे कमाया हो या नहीं।

"मैं इसके लिए बहुत व्यस्त हूँ।"

सेल्फ सेंटर्ड लोग इतने मतलबी होते हैं कि  वे दूसरों की जरूरतों या विचारों के प्रति सहानुभूति नहीं दिखाते। किसी की बात को नजरअंदाज करने के लिए वे अक्सर यह कह देते हैं कि वे बहुत व्यस्त हैं।

और पढ़ें:

एक्स ने कर ली दोस्त से शादी, तो टूटे दिल और दोस्ती को कैसे करें मैनेज

टीनएज बेटी को बताएं ये 5 बातें, इंटीमेसी के बारे में बताना भी है जरूरी

Share this article
click me!

Latest Videos

'मैं आधुनिक अभिमन्यु हूं...' ऐतिहासिक जीत पर क्या बोले देवेंद्र फडणवीस । Maharashtra Election 2024
Maharashtra Jharkhand Election Result: रुझानों के साथ ही छनने लगी जलेबी, दिखी जश्न पूरी तैयारी
Maharashtra Election Result से पहले ही लगा 'भावी मुख्यमंत्री' का पोस्टर, जानें किस नेता का है नाम
महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद BJP कार्यालय पहुंचे PM Modi । Maharashtra Election Result
LIVE: जयराम रमेश और पवन खेड़ा द्वारा कांग्रेस पार्टी की ब्रीफिंग