पैदा करने वाली मां के बजाय पापा के सबसे करीब क्यों होती हैं बेटियां?
बेटियों को अक्सर अपनी माँ से ज़्यादा अपने पिता के करीब देखा जाता है। आखिर ऐसा क्यों होता है? पिता और बेटी के बीच के इस खूबसूरत रिश्ते के बारे में कुछ जानकारी हासिल करते हैं।
माता-पिता का प्यार अपने बच्चों के लिए हमेशा एक जैसा होता है। लेकिन बेटियां अपने पिता के साथ ज़्यादा जुड़ी होती हैं, जबकि बेटे अपनी माँ के। बेटियों के लिए, उनके पिता किसी फ़िल्मी सुपर हीरो से कम नहीं। कैसे बेटियां अपने पिता से जुड़ती हैं, आइए देखें।
पिता और बेटी का बंधन
आमतौर पर, बेटे का अपनी माँ के साथ अच्छा रिश्ता होता है, जबकि बेटी का अपने पिता के साथ। इसके पीछे कुछ खास वजहें हैं। आइए, उन वजहों के बारे में जानें।
सुरक्षा की भावना
पिता अपनी बेटियों को हमेशा सुरक्षा का एहसास दिलाते हैं, इसलिए बेटियां अपने पिता के करीब होती हैं। पिता उनके लिए एक सुरक्षित स्थान होते हैं।
दयालु हृदय
पिता का हृदय दया से भरा होता है, जो हमेशा अपनी बेटियों का ख्याल रखता है। इसलिए बेटियों को अपने पिता से बहुत प्यार होता है।
हर पल साथ
किसी भी परिस्थिति में, चाहे अच्छी हो या बुरी, हमेशा साथ देने वाला एक ही व्यक्ति होता है, पिता। बेटियां अपने पिता के इस गुण को बहुत पसंद करती हैं।
छोटी-छोटी बातों को समझना
पिता अपनी बेटियों की छोटी-छोटी ज़रूरतों और भावनाओं को अच्छी तरह समझते हैं, इसलिए बेटियां अपनी हर बात आराम से अपने पिता से कह पाती हैं।
आत्मनिर्भर बनने की चाह
पिता अक्सर अपनी बेटियों को जीवन में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हैं, इसलिए बेटियां हमेशा अपने पिता के विचारों और सलाह को महत्व देती हैं।
पिता के साथ ज़्यादा समय
पिता अपनी बेटियों के साथ मस्ती करते हुए ज़्यादा समय बिताना पसंद करते हैं, इसलिए बेटियां भी अपने पिता के साथ ज़्यादा समय बिताना चाहती हैं।
आत्मविश्वास बढ़ाने वाले
पिता बच्चों के पहले मार्गदर्शक होते हैं, वे अपनी बेटी को सिखाते हैं कि लड़कियां कभी कमज़ोर नहीं होतीं और उन्हें खुद को साबित करने का पूरा हक है। इसलिए बेटियां अपने पिता के साथ ज़्यादा जुड़ी होती हैं।
सपनों को पूरा करना
एक पिता अपनी बेटी के हर सपने को अपना मानता है और बिना कुछ कहे, अपनी मेहनत से, बेटी के सपनों को पूरा करने में कामयाब होता है, इसलिए बेटियां अपने पिता को सुपर हीरो मानती हैं।