MP: हे निर्दयी मां... मैं अभी जिंदा हूं, 3 दिन के बच्चे को जिंदा दफनाया, एक चमत्कार से बच गई नन्हीं जान

Published : Dec 03, 2021, 12:14 PM ISTUpdated : Dec 03, 2021, 12:24 PM IST
MP: हे निर्दयी मां... मैं अभी जिंदा हूं, 3 दिन के बच्चे को जिंदा दफनाया, एक चमत्कार से बच गई नन्हीं जान

सार

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (AshokNagar) में निर्दयी परिजन ने 3 दिन के मासूम जिंदा बच्चे को नदी किनारे मरने के लिए दफना दिया। इसके बाद वहां से रफूचक्कर हो गए, लेकिन पास में ही खेतों में काम करने वाले कुछ ग्रामीणों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने बचा लिया। लोगों को मिट्टी में से नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी थी। उन्होंने सावधानीपूर्वक मिट्टी को हटाया तो उसमें से एक जिंदा बच्चा देखा।

अशोकनगर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (AshokNagar) जिले से एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां 3 दिन के नवजात बच्चे को जिंदा दफना दिया गया। गनीमत रही कि वहां बोरवेल खनन करने कुछ लोग पहुंच गए। उन्होंने मौके पर कपड़े पड़े देखे तो आशंका हुई। इसी बीच, मिट्टी के अंदर से बच्चे की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद उन्होंने सावधानीपूर्वक मिट्टी को हटाया तो उसमें से एक जिंदा बच्चा देखा। जिसके बाद बच्चे को प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर जिला अस्पताल रिफर कर दिया। मामला मुंगावली इलाके का है।

जानकारी के मुताबिक, झांगरचक गांव के पास गुरुवार दोपहर में बोरवेल खनन हो रहा था। इसी दौरान खनन करने वालों की नजर कुछ दूर खोदी गई मिट्टी पर पड़ी। देखा तो वहां कुछ कपड़े दिखाई दिए। इसके बाद हल्की रोने की आवाजें सुनाई दीं। लोगों ने मिट्टी हटाकर देखा तो एक नवजात थैली में लिपटा मिला। मिट्टी से बाहर निकलते ही नवजात जोर-जोर से बच्चा रोने लगा। गांव वालों को सूचना मिली तो भीड़ उमड़ पड़ी। बाद में ग्रामीणों ने नवजात को मुंगावली अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद नवजात को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। ये बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। डॉक्टर्स का कहना है कि नवजात अभी सिर्फ 3 दिन का है।

पुलिस ने केस दर्ज किया, गभर्वती महिलाओं की जानकारी जुटा रही
इधर, नवजात को जिंदा दफनाने के मामले में मुंगावली पुलिस ने एक्शन में आ गई। एसआई सतीश गर्ग ने कहा कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 317 के तहत केस दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ भी की, ताकि उनके गांव और आसपास के इलाके में डिलीवरी होने की जानकारी मिल सके। पुलिस का कहना था कि ये पता किया जा रहा है कि इस इलाके में किन महिलाओं की डिलीवरी होनी थी। जल्द ही ट्रैस कर लिया जाएगा। इसके लिए आसपास दाई का काम करने वाली महिलाओं से भी पूछताछ की जाएगी।

घंटेभर रोता रहा नवजात बच्चा
ग्रामीण बताते हैं कि नवजात को देखकर हर कोई हैरान रह गया था। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। पास में पड़ी सीमेंट की खाली बोरी खेत की मेड पर बिछाई और नवजात को उसी पर लेटा दिया। करीब 1 घंटे तक नवजात खुले में रोता रहा। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। 

नवजात करीब 2 से 3 दिन का है। फिलहाल, पूरी तरह से स्वस्थ है। उसे दफनाने वाले का पता किया जा रहा है। संभावना है कि इसी इलाके से बच्चे को दफनाया गया है। क्योंकि, नवजात को ज्यादा दूर से लाना संभव नहीं है। जमीन में गाढ़ने के लिए भी संभवत उसके पास कोई ज्यादा संसाधन नहीं थे, तभी नवजात के ऊपर सिर्फ थोड़ी सी मिट्टी डालकर ही ढंका गया था।- अजय सिंह जाट, थाना प्रभारी, मुंगावली

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