इस्कॉन मंदिर में किया सुसाइड, सेल्फी ली..मृदंग बजाया फिर आराधना के बाद सब खत्म..1700 KM दूर से आया था

उज्जैन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने इस्कॉन मंदिर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। हैरानी की बात यह है कि उसने मरने से पहले अपनी सेल्फी, ढोल बजाया और भगवान की आराधना की।

उज्जैन (मध्य प्रदेश), धार्मिक नगरी उज्जैन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने इस्कॉन मंदिर (iskcon temple ujjain) में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। हैरानी की बात यह है कि उसने मरने से पहले अपनी सेल्फी, ढोल बजाया और भगवान की आराधना की। इतना ही नहीं जिस गमछे से भगवान की पूजा में इस्तेमाल करता था, उसी को फंदा बनाकर लटक गया।

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15 दिन पहले 1700 किलोमटीर दूर से आया था उज्जैन
दरअसल, आत्महत्या करने वाले युवक की पहचान 17 साल के विकास बर्मन के रुप में हुई है। वह मूल रुप से कोलकाता के पास जलपाई गुड़ी का रहने वाला था। वह करीब 1700 किलोमटीर दूर से 15 दिन पहले उज्जैन के इस्कॉन मंदिर में भक्ति और दर्शन करने के लिए आया था। जिसे एक दिन बाद यानि 27 अक्टूबर को वापस घर लौटना था, लेकिन उससे पहले यह खतरनाक कदम उठा लिया।

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वजह नहीं आ पाई अभी तक सामने
पुलिस ने शव बरामद कर  पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं युवक के परिजनों को भी इस मामले की खबर दे दी है। परिजन कल कोलकाता से उज्जैन आएंगे। पुलिस इस बात का पता लगाने में लगी है कि आखिर उसने किस वजह से आत्महत्या की है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है, जिससे वजह का पता चल सके। फिलहाल मंदिर के कर्मचारियों और पुजारियों से पूछाताछ की जा रही है।

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 मानसिक शांति के लिए आया था...
विकास  मृदंग बजाने में उस्ताद था, वह उसकी धुनों पर आच्छा-खासा नाचता था। वो इस्कॉन के अनुयायी था, उसके परिवार के लोग भी मंदिर के अनुयायी हैं। माता-पिता ने बेटे विकास को आगे बढ़ने के लिए उज्जैन के इस्कॉन मंदिर भेजा था। वह मानसिक शांति के लिए आया था। 
वह मंदिर में रोजाना सुबह 4.30 बजे उठकर दिनचर्या शुरू कर देता था। वह मंदिर के ऑडिटोरियम का ऊपरी हॉल में रहता था। लेकिन जब वो दोपहर को खाना खाने नहीं आया तो साथियों ने उसे फोन लगाया। लेकिन वह बंद बताया, जब उन्होंने वहां जाकर देखा तो वो फंदे पर लटका हुआ था।

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