गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने 22 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इनमें टिकैत और योगेंद्र यादव भी शामिल हैं। इस मामले में 200 लोगों को अरेस्ट किया गया है। इन्हें सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस पर हमला करने का दोषी माना गया है। हिंसा के पीछे खालिस्तान समर्थकों को हाथ माना जा रहा है। वहीं, किसान नेताओं ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। इस बीच किसान संगठनों के 1 फरवरी को बजट के दिन संसद तक मार्च पर संशय खड़ा हो गया है। माना जा रहा है कि इसे रद्द किया जा सकता है।
नई दिल्ली. किसान आंदोलन की आड़ में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने 22 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में 200 लोगों को अरेस्ट किया गया है। बता दें कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान उपद्रवियों ने लाल किले पर जमकर उत्पात मचाया था। पुलिस अब हिंसा के पीछे काम करने वालों को ढूंढ़ रही है। इस हिंसा में 150 पुलिसकर्मी सहित 300 से ज्यादा लोग घायल हुए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की पहचान कर रही है। लालकिले, नांगलोई, मुकरबा चौक, सेंट्रल दिल्ली आदि से सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को जांच के लिए सौंपे गए हैं। इस बीच किसान संगठनों के 1 फरवरी को बजट के दिन संसद तक मार्च पर संशय खड़ा हो गया है। माना जा रहा है कि इसे रद्द किया जा सकता है। बता दें कि किसान संगठनों ने ऐलान किया था कि किसान प्रदर्शन स्थल से संसद तक मार्च निकालेंगे।
किसान नेताओं पर कंसा शिकंजा
किसान नेता राकेश टिकैत और स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। अन्य नेताओं में डॉ. दर्शनपाल, जोगिंदर सिंह, बूटा सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल और राजेंद्र सिंह का नाम भी शामिल हैं। अलग-अलग थानों में अलग-अलग नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। ईस्टर्न रेंज के जॉइंट कमिश्नर ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ गाजीपुर, पांडवनगर और सीमापुरी थाने में केस दर्ज किया गया है। इस बीच बताया जाता है कि साइबर सेल ने 1000 से अधिक ट्वीटर हैंडल की पहचान की है, जिनके जरिये हिंसा फैलाने का काम किया गया। इनमें कई बड़े नाम भी शामिल हैं।
बातचीत के रास्ते खुले रहेंगे
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का एक बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा कि किसान संगठनों से सरकार की बातचीत जारी रहेगी। बातचीत के रास्ते बंद नहीं हुए हैं। जावड़ेकर कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दे रहे थे।
पुलिस की कड़ी चौकसी
हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस की छावनी बन गई है। वीआईपी इलाके लुटियंस जोन का रास्ता बंद कर दिया गया है। इंडिया गेट, प्रगति मैदान और मंडी हाउस जाने वाले रास्ते भी बंद हैं। आईटीओ और कनॉट प्लेस पर भी लोग नहीं जा सकते। लाल किला मेट्रो स्टेशन पर किसी को एंट्री नहीं दी जा रही है।
पुलिस की कड़ी चौकसी
हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस की छावनी बन गई है। वीआईपी इलाके लुटियंस जोन का रास्ता बंद कर दिया गया है। इंडिया गेट, प्रगति मैदान और मंडी हाउस जाने वाले रास्ते भी बंद हैं। आईटीओ और कनॉट प्लेस पर भी लोग नहीं जा सकते। लाल किला मेट्रो स्टेशन पर किसी को एंट्री नहीं दी जा रही है।
नेताओं की मुश्किलें बढ़ीं
पुलिस के अनुसार, 5 FIR में किसान नेताओं के नाम शामिल हैं। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले में गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है। इसके आधार पर और लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होंगी। संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने लाल किले का दौरा किया और स्थिति देखी। दिल्ली पुलिस ने लाल किले में डकैती डालने का केस दर्ज किया है।
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