Kartarpur Sahib Corridor को खुलवाने के लिए PM Modi से मिला BJP प्रतिनिधिमंडल

19 नवंबर को सिख गुरु गुरु नानक की जयंती है। इसी तारीख को साल 2019 में करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन भी हुआ था। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय कार्यालय ने कहा है कि भारत की ओर से अभी तक कॉरिडोर को फिर से खोलने की मांग के बारे में नहीं कहा गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 14, 2021 7:38 AM IST / Updated: Nov 19 2021, 09:04 PM IST

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) पंजाब का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को पीएम मोदी (PM Modi) से मुलाकात किया। प्रधानमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे डेलीगेशन (Punjab BJP Delegation) ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Kartarpur Sahib Corridor) को पुन: खुलवाने की मांग की है। कोविड-19 महामारी (Covid-19) की वजह से यह कॉरिडोर पिछले साल मार्च में बंद कर दिया गया था। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल के मिलने से एक दिन पहले एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागिर कौर (Bibi Jagir Kaur), शिरोमणि अकाली दल नेता पूर्व मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने पीएम को पत्र लिखकर इसकी मांग की थी। उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी लगातार इसे खुलवाने की मांग कर रहे हैं। 

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बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल में ये लोग रहे शामिल

पीएम से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत सिंह, तरुण चुग, राष्ट्रीय मंत्री डॉ.नरेंद्र सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह, भाजयुमो के राष्ट्रीय मंत्री तजिंदर सिंह बग्गा, हरजीत सिंह ग्रेवाल, राजिंद्र मोहन सिंह छीना, सरदार दयाल सोढ़ी, विक्रमजीत सिंह चीमा, संतोख सिंह गुमटाला शामिल रहे। 

क्यों इतने सक्रिय हुए सभी दल?

दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय कार्यालय ने कहा है कि भारत की ओर से अभी तक कॉरिडोर को फिर से खोलने की मांग के बारे में नहीं कहा गया है। यह कॉरिडोर सिख अनुयायियों की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। अभी कोविड -19 मामले भी घट रहे हैं और विधानसभा चुनाव पंजाब में होने हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों को धार्मिक आस्था के इस केंद्र को पुन: खुलवाने का श्रेय लेने की होड़ मची है। 

19 को गुरु नानक जयंती भी

19 नवंबर को सिख गुरु गुरु नानक की जयंती है। इसी तारीख को साल 2019 में करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन भी हुआ था। यानी इस बार उसकी दूसरी वर्षगांठ भी है। इस गलियारे का उद्घाटन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर किया था।

3 हजार सिखों को तीर्थ के लिए दी जा सकेगी अनुमति

पाकिस्तान-भारत द्विपक्षीय समझौते के अनुसार, 3,000 भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को गुरुपर्व समारोह के लिए पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि भारत सरकार 17 से 26 नवंबर के बीच अटारी-वाघा इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के माध्यम से 1,500 तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने की अनुमति दे रही है। इस बार यात्रा करने वालों को ननकाना साहिब और लाहौर, हसन अब्दाल, करतारपुर और फारूकाबाद के गुरुद्वारों में जाने की अनुमति होगी।

क्यों सिख अनुयायी करते हैं इस तीर्थ की यात्रा?

गांव करतारपुर रावी नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है। यहां श्री गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नरोवाल जिले में लगभग 4.5 किमी दूर पड़ता है। 

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