पीएम मोदी की भतीजी सोनल मोदी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। खबर आई थी कि वे अहमदाबाद नागरिक निकाय का चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन गुजरात की भाजपा इकाई ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जिसमें सोनल का नाम नहीं था।
नई दिल्ली. पीएम मोदी की भतीजी सोनल मोदी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। खबर आई थी कि वे अहमदाबाद नागरिक निकाय का चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन गुजरात की भाजपा इकाई ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जिसमें सोनल का नाम नहीं था।
सोनल ने पहले मीडिया से बात करते हुए कहा था, वह एक साधारण भाजपा कार्यकर्ता के रूप में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) चुनाव लड़ना चाहती थी, न कि पीएम मोदी की भतीजी के रूप में। सोनल मोदी ने अहमदाबाद के बोधदेव वार्ड से नागरिक निकाय चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगा था।
"मैं आम कार्यकर्ता की तरह पार्टी में काम करूंगी"
सोनल मोदी ने मीडिया से कहा, अगर मुझे टिकट नहीं दिया जाता है तो भी मैं एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में सक्रिय रहूंगी। सोनल मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी की बेटी हैं, जो दुकान चलाते हैं और गुजरात फेयर प्राइस शॉप एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।
"कभी भी पीएम मोदी के नाम का यूज नहीं किया"
प्रह्लाद मोदी ने कहा, यह भाई-भतीजावाद का मामला नहीं है। मेरे परिवार ने कभी भी हमारे लाभ के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का इस्तेमाल नहीं किया। यहां तक कि मैं राशन की दुकान भी चलाता हूं। नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद मैं उनके घर नहीं गया।
टिकट देने के लिए भाजपा ने क्या नियम बनाए हैं?
टिकट वितरण को लेकर भाजपा गुजरात प्रमुख सीआर पाटिल ने कहा कि नियम सबके लिए समान हैं। भाजपा के राज्य संसदीय बोर्ड द्वारा जारी किए गए नए नियमों के अनुसार, 60 वर्ष से अधिक आयु के पार्टी कार्यकर्ता और जिन लोगों ने पार्षदों के रूप में तीन कार्यकाल दिए हैं, उन्हें नागरिक निकाय चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया जाएगा। गुजरात में छह नगर निगमों के चुनाव 21 फरवरी को होने हैं। इसी तरह 231 तालुका पंचायतों, 81 नगर पालिकाओं और 31 जिला पंचायतों के लिए मतदान इस साल के 28 फरवरी को होना है।