मोदी का मंत्र- फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज; साथ ही पीएम ने की मोरिंगा के पराठे और यो-यो टेस्ट पर बात

फिट इंडिया मूवमेंट की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को ऑनलाइन फिट इंडिया डायलॉग कार्यक्रम के तहत कई प्रभावशाली हस्तियों और फिटनेस के जुनूनी लोगों से बातचीत की।

Asianet News Hindi | Published : Sep 24, 2020 5:17 AM IST / Updated: Sep 24 2020, 05:11 PM IST

नई दिल्ली. फिट इंडिया मूवमेंट की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कई प्रभावशाली हस्तियों और फिटनेस के जुनूनी लोगों से बात की। विराट कोहली, अभिनेता मिलिंद सोमन, मुकुंद खांडेकर, स्वामी शिवध्यान जैसे कुल 7 लोगों से रूबरू हुए। मोदी ने सभी लोगों से उनके फिट इंडिया विजन के बारे में जाना, साथ ही सभी उनके सिक्रेट फिटनेस फॉर्मूले को लेकर भी बात की। बातचीत के आखिरी में पीएम ने फिटनेस मंत्र दिए और कहा- 'फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज।' आइए देखते हैं, मोदी ने किससे क्या बात की...

जम्मू-कश्मीर की फुटबॉलर अफसान से पीएम ने जाना उनका विजन

जम्मू-कश्मीर की फुटबॉलर अफसान ने पीएम मोदी से बात की। मोदी ने उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा, भविष्य में दुनिया बेकहम नहीं बल्कि अफसान की बात करेगी। अफसान ने अपने संघर्ष को बयां करते हए कहा- घरवालों ने उन्हें सपोर्ट नहीं किया था, लेकिन फिर भी उन्होंने मुंबई आकर प्रैक्टिस की। पीएम ने कहा, 'आप कश्मीर की बेटियों के लिए स्टार बन चुकी हैं। आपको फॉलो करके ना सिर्फ कश्मीर बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से लड़कियां आपसे प्रभावित होंगी।' अफसान ने प्रैक्टिस के बारे में बताया- 'वो एमएस धोनी की फैन हैं। उनसे ही शांत स्वभाव के बारे में सीखती हैं।' कश्मीर के बच्चे खेल में क्यों सबसे आगे क्यों होते हैं? इसके जवाब में अफसान ने बताया- मौसम के कारण कश्मीर के लोगों का स्टैमिना काफी अच्छा होता है। 

मिलिंद सोमन ने बताया फिटनेस का फॉर्मूला, मोदी ने कहा- आपकी मां का पुशअप्स वाला वोडियो मैंने 5 बार देखा

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्टर मिलिंद सोमन से मजाकिया अंदाज में कहा- ‘मेड इन इंडिया मिलिंद’। ऑनलाइन में आपकी उम्र को लेकर काफी चर्चा होती है। असली उम्र क्या है। मिलिंद ने जवाब दिया- उनकी मां 81 साल की हैं, जो काफी फिट हैं। वो उन्हें मिसाल मानते हैं। उनका लक्ष्य है कि उनकी उम्र तक वो वैसे ही फिट रहें। मिलिंद ने बताया- वो महिलाओं के लिए अलग से इवेंट करते हैं और लोगों को फिटनेस का मंत्र देते हैं। मोदी ने मिलिंद की मां का जिक्र करते हुए बताया-उन्होंने उनकी माताजी के पुशअप का वीडियो पांच बार देखा है।'

मिलिंद सोमण ने कहा लोग सवाल करते हैं कि आप 55 साल की उम्र इतना फिट कैसे रहते हैं, इतना कैसे दौड़ लेते हैं। मैं अपनी मां का उदाहरण उनको देता हूं। सभी से कहता हूं- जब मेरी 81 वर्षीय मां यह सब कर लेती है तो हम क्यों नहीं। अगर हर रेगुलर एक्सरसाइज करें तो निश्चित ही 3 किमी से 100 किमी तक दौड़ा जा सकता है।

55 की उम्र में इतना फिट कैसे...इसका राज खोलते हुए मिलिंद ने कहा- मैं कभी जिम नहीं जाता हूं। इतना ही नहीं, रनिंग के वक्त जूते भी नहीं पहनता हूं। जब भी समय मिलता है मैं दौड़ने निकल पड़ता हूं। मुझे एक्सरसाइज से प्यार है। लोगों को भी फिट एक्सरसाइज के प्रति ध्यान देना चाहिए।'

मोदी ने विराट कोहली से किए कई रोचक सवाल, पूछा- दिल्ली वाला छोला-भटूरा तो मिस करते होंगे...

पीएम मोदी ने विराट कोहली से कहा- 'आपका तो नाम और काम दोनों विराट है। कोहली ने कहा- 'हम जिस पीढ़ी में खेलने लगे, तो खेल की डिमांड बदल गई थी। मैं भी एक समय ट्रांजिशन से गुजर चुका हूं। मुझे अनुभव हुआ कि वो रुटीन सही नहीं था, क्योंकि खेल काफी आगे बढ़ चुका था। अब महसूस होता है कि फिटनेस प्रायोरिटी होनी चाहिए। आज के टाइम में अगर फिटनेस सेशन मिस हो जाता है तो खराब लगता है, जबकि प्रैक्टिस मिस होने पर ज्यादा अफसोस नहीं होता है। पीएम के छोले-भटूरे वाले सवाल पर कोहली ने कहा- फिटनेस के लिए बहुत कुछ चेंज करना होता है। अगर फिटनेस सही नहीं होगा तो हम खेल में पीछे हो जाएंगे। बॉडी और माइंड दोनों का फिट होना जरूरी है। खाना खाने के बाद गैप रखें। ऐसा नहीं है कि रात को मीठा खाया और बिना किसी एक्टिविटी के सो गए। यह सही आदत नहीं है।

पीएम ने कोहली से पूछा- आपका रूटीन तो बहुत एक्टिविटी वाला होता है, आपको थकान नहीं लगती है क्या...

कोहली ने कहा, सर थकान तो हर किसी को लगती है। मुझे भी लगती है लेकिन मैं थकने के बाद मैं एक मिनट में फिर से तैयार हो जाता हूं। टेस्ट क्रिकेट का उदाहरण देकर कोहली ने फिटनेस का फॉर्मूला बताया। उन्होंने कहा- टेस्ट मैच के दौरान प्लेयर्स तीन दिन के अंदर थक जाता है। अगर खिलाड़ी फिट है तो वह तीसरे-चौथे-पांचवें दिन भी उसी एक्टिवनेस के साथ खेल सकता है। स्किल पहले भी हमारे पास थी लेकिन पहले खिलाड़ी थकने की वजह से एफर्ट नहीं डाल पाते थे, नतीजा टीम हार जाती थी। लेकिन आज हमने खुद को चेंज किया है, रिजल्ट सबके सामने है।

मुकुंद खांडेकर से मोदी ने कहा- आज के संदर्भ में फिटनेस को कैसे समझते हैं...

खांडेकर ने कहा, 'शारीरिक रूप से फिट होना जरूरी नहीं। बुद्धि, मन और भावना से भी स्वस्थ होना जरूरी है।' पीएम मोदी के फिट इंडिया अभियान को लेकर मुकुंद ने कहा, 'ये अभियान केवल एक व्यक्ति के फिट रहने से सार्थक नहीं होगा, बल्कि समाज के सभी लोगों को इससे जुड़ना चाहिए, तभी ये सार्थक हो पाएगा।' मोदी ने कहा- सबसे ज्यादा जरूरी है लोग मानसिक रूप से फिट रहें।

योग जीवन जीने की कला है: स्वामी शिवध्यानम

आध्यात्मिक गुरु शिवध्यानम ने कहा- 'गुरुकुल में छोटी उम्र से बच्चे आकर रहते थे। वहां रहने का माहौल बनता था। योग सिर्फ अभ्यास नहीं, जीवन जीने की कला है। आश्रम ऐसा माहौल देता है कि योग की शिक्षाओं को जीवन में उतार सकें। आश्रम में सभी लोग अपना काम खुद करते हैं। लड़के-लड़कियां आते हैं, उन्होंने पहले कोई काम किया नहीं होता। जाते वक्ते कहते हैं कि हमारा जीवन बदल गया।'

रुजुता के साथ पीएम मोदी ने शेयर की अपनी स्पेशल रेसेपी

न्यूट्रिशन और फिटनेट एक्सपर्ट रुजुता दिवेकर ने बताया, 'हमारे घर में जो नॉर्मल खाना बनता है वो ही खाएं तो हम फिट रह सकते हैं। आजकल अमेरिका में घी शब्द सबसे ज्यादा गूगल किया जा रहा है। मोदी ने कहा कि मैं मोरिंगा (Drumstick tree) के पराठे खाता हूं। हफ्ते में दो बार मां से बात होती है। वे एक ही बात पूछती हैं- हल्दी ले रहे हो न।' उन्होंने कहा, मैं इस रेसिपी के बारे में जल्द सबको बताऊंगा।' 

9 साल की उम्र में एक्सीडेंट में चले गए थे हाथ: देवेंद्र झाझरिया

दो बार के पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया ने बताया, 9 साल की उम्र में एक एक्सीडेंट में उनके हाथ चले गए। उनकी मां ने उन्हें हौंसला दिया। उन्होंने फिर से खेल की शुरुआत की। देवेंद्र ने पीएम को ये मूवमेंट शुरू करने के लिए धन्यवाद किया। देवेंद्र ने बताया- वो लगातार कंधे की एक्सरसाइज करते हैं ताकि लगातार काम किया जा सके। 

कोरोना काल में फिजिकल एक्टिविटी से लोग जुड़ेः मोदी

मोदी सभी लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा, फिट इंडिया मूवमेंट ने एक साल के अंदर ही लोगों के बीच जगह बना ली है। कोरोना के बीच भी ज्यादा से ज्यादा लोगों ने इसको अपनाया है। इसी का नतीजा है कि हम इस संकटकाल में भी खुद को चुस्त-दुरुस्त रखने में कामयाब रहे। रनिंग, स्वीमिंग, योग, जॉगिंग, एक्सरसाइज को अब लोगों ने अपनी जिंदगी का हिस्सा बना चुके हैं। मोदी ने कहा- फिजिकल एक्टीविटी पर WHO ने भी रिकमंडेशन जारी की है।

पीएम ने फिटनेस का मंत्र देते हुे कहा- विस्तार ही जिंदगी है, सिकुड़ना मौत जैसा होता है। हमें अपनी पसंद के हिसाब से कुछ एक्सरसाइज को सेलेक्ट करना है और उसे हर दिन करना है। फिट इंडिया मूवमेंट से ज्यादा से ज्यादा जुड़ेंगे,ऐसा मुझे पूरा भरोसा है। इंडिया जितना फिट होगा, उतना ही हिट होगा। आखिरी में पीएम ने फिटनेस मंत्र दिया, कहा- फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज...।

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