
Delhi Shanghai Flight: शंघाई पुडोंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज सुबह भारत के काउंसल जनरल प्रतीक माथुर ने दिल्ली-शंघाई के बीच फिर शुरू हुई डायरेक्ट फ्लाइट से आने वाले पहले यात्रियों का स्वागत किया। भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें पिछले 5 साल से बंद थीं। अब इन उड़ानों के दोबारा शुरू होने से दोनों देशों के बीच आवागमन में बड़ी सहूलियत मिलेगी। ये फ्लाइट्स कोविड महामारी के बाद बंद हुईं और 2020 के गलवान विवाद से रिश्तों में तनाव बढ़ने के साथ पूरी तरह ठप हो गई थीं। अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और एयर कनेक्टिविटी फिर से लौट रही है।
इंडिगो ने चीन के ग्वांगझू के लिए सीधी उड़ान शुरू कर दी है। वहीं, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (China Eastern Airlines) भी 9 नवंबर से शंघाई-दिल्ली रूट पर हफ्ते में 3 फ्लाइट्स चलाएगी। चीनी अधिकारी किन योंग ने कहा कि यह दिन 'भारत-चीन संबंधों के लिए बेहद अहम है।' भारत सरकार ने भी माना है कि यह कदम लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने और रिश्तों को नॉर्मलाइज करने में मदद करेगा।
एयर इंडिया भी इस साल के अंत तक चीन के लिए फ्लाइट्स शुरू करने की तैयारी में है। यह फैसला दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत और हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) बैठक में भागीदारी के बाद संभव हुआ।
जब सीधी फ्लाइट बंद थीं, तो यात्रियों को 2-3 देशों के ट्रांजिट के जरिए सफर करना पड़ता था। इससे समय और खर्च ज्यादा लगता और परेशानी भी बढ़ती थी। अब सीधी उड़ान से समय और खर्च कम होगा। इससे बिजनेस, एजुकेशन और टूरिज्म में आसानी होगी। पहले दोनों देशों के बीच साल में करीब 2,600 फ्लाइट्स चलती थीं। अब धीरे-धीरे वही रफ्तार लौटने की उम्मीद है।
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