महाराष्ट्र और हिमाचल में प्रकृति का कहर, IMD ने जारी किया कई राज्यों में फिर भारी बारिश का Alert

भारी बारिश और लैंडस्लाइडिंग की अलग-अलग घटनाओं में महाराष्ट्र और हिमाचल में भारी जाने-माल की नुकसान हुआ है। सेना राहत कार्य में जुटी हुई है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने कई कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

Asianet News Hindi | Published : Jul 26, 2021 3:29 AM IST / Updated: Jul 26 2021, 02:51 PM IST

नई दिल्ली. महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश में कुदरत के कहर में भारी जाने-माल का नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र सरकार के अनुसार, यहां 164 लोगों की मौत हुई है। वहीं, हिमाचल में लैंडस्लाइडिंग की घटना में 9 लोगों की जान चली गई। इस बीच मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विभाग(IMD) ने भविष्यवाणी की है कि सोमवार से पश्चिमी हिमालय के क्षेत्र से सटे पश्चिमी भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। यानी उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में भारी बारिश हो सकती है। यही हाल महाराष्ट्र के कई इलाकों का रहेगा। बता दें महाराष्ट्र में बाढ़ से 2 लाख से अधिक आबादी प्रभावित हुई है। 875 से अधिक गांव बुरी तरह प्रभावित हैं।

IMD के अनुसार, 27 जुलाई को ओडिशा, पश्चिमी बंगाल, झारखंड और बिहार में भारी बारिश की संभावना है। दिल्ली में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। दक्षिण राज्य में केरल आदि में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। आज और कल में उत्तराखंड में भी यही हाल रहेगा। गुजरात भी भारी बारिश की चेतावनी है।

 महाराष्ट्र में सेना रेस्क्यू में जुटी
सेना के तीनों अंगों ने महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में नागरिक प्रशासन और राष्ट्रीय के साथ-साथ राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ हाथ मिलाया है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी, कोल्हापुर और सांगली जिलों के प्रशासन के साथ करीबी समन्वय बना कर काम करते हुए, भारतीय सेना ने प्रभावित क्षेत्रों में इन्फैंट्री, इंजीनियर्स, संचार, रिकवरी और मेडिकल टीमों सहित अपनी टास्कफोर्सेज़ को तैनात किया है । इन टीमों ने चिपलून, शिरोल, हाटकंगल, पलुस और मिराज क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य किया और कीमती जानें बचाईं।

कर्नाटक में रेस्क्यू
कर्नाटक में भारतीय नौसेना ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए नौसेना के गोताखोरों, रबर 'जेमिनी' नावों, लाइफ जैकेट और चिकित्सा उपकरणों के साथ सात बेहतर ढंग से सुसज्जित बाढ़ राहत दलों की तैनाती की। टीमों ने कादरा बांध के पास सिंगुड्डा और भैरे गांवों से 165 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला, जबकि 70 लोगों को कैगा के निचले इलाकों से निकाला गया।

400 कर्मी रेस्क्यू में जुटे
नौसेना के सीकिंग, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर और भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने अनेक उड़ानें भरीं और जल स्तर में अचानक और तेज वृद्धि के कारण फंसे लोगों की जान बचाई। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया ताकि वरिष्ठ अधिकारी स्थिति का आकलन कर सकें और बचाव और राहत कार्यों की योजना बना सकें।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के लगभग 400 कर्मियों को भारतीय वायु सेना के विमानों द्वारा भुवनेश्वर, कोलकाता और वडोदरा से पुणे, कोल्हापुर और महाराष्ट्र के रत्नागिरी और गोवा 40 टन बचाव उपकरणों के साथ एयरलिफ्ट किया। सेना के तीनों अंगों की टीमें बाढ़ प्रभावित स्थानीय लोगों को भोजन, पानी, चिकित्सा मुहैया कराने के अलावा उन्हें बचाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। अधिक बचाव दल और विमान तैनाती के लिए तैयार हैं।

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