भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य में लगी आग

भारतीय नौसेना (Indian Navy) के एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य में आग लग गई। नौसेना के जवानों ने आग पर काबू पा लिया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।
 

Asianet News Hindi | Published : Jul 20, 2022 6:08 PM IST / Updated: Jul 21 2022, 12:30 AM IST

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना (Indian Navy) के एकमात्र एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य में बुधवार को आग लग गई। पोत पर तैनात नौसेना के जवानों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। पोत से एक विमान के उड़ान भरने के दौरान हादसा हुआ था। 

घटना के वक्त पोत कारवार के पास था। भारतीय नौसेना के अनुसार आग को पोत के फायरफाइटिंग सिस्टम्स का इस्तेमाल कर बुझा दिया गया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है। आग क्यों लगी इसकी पड़ताल की जा रही है। नौसेना मुख्यालय ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना से अवगत करा दिया है। इससे पहले अप्रैल 2019 में विमानवाहक पोत में आग लगने से नौसेना के एक अधिकारी की मौत हो गई थी। पिछले साल मई में भी आईएनएस विक्रमादित्य में मामूली आग लगी थी। 

इकलौता विमान वाहक पोत है विक्रमादित्य
गौरतलब है कि आईएनएस विक्रमादित्य भारतीय नौ सेना का एकमात्र एयरक्राफ्ट कैरियर है। एयरक्राफ्ट कैरियर उन पोतों को कहा जाता है जो विमानों को लेकर समुद्र में तैरते हैं। पोत पर एयरपोर्ट की तरह रनवे होता है जहां से विमान टेक ऑफ और लैंडिंग करते हैं। इन पोतों पर लड़ाकू विमान तैनात किए जाते हैं। 

वर्तमान में भारत के पास आईएनएस विक्रमादित्य एकमात्र एयरक्राफ्ट कैरियर है। इसपर लड़ाकू विमान मिग-29के को तैनात किया गया है। स्वदेशी विमान वाहक पोत विक्रांत नौसेना में शामिल होने के लिए तैयार है। अभी इसका सी ट्रायल चल रहा है। इसे अगले महीने नौ सेना में शामिल कराया जाएगा।

यह भी पढ़ें- इंडियन नेवी में शामिल होने को F/A-18 ने दिखाया दम, नए एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए है लड़ाकू विमान की तलाश

44,500 टन है आईएनएस विक्रमादित्य का वजन
आईएनएस विक्रमादित्य कीव-श्रेणी का विमानवाहक पोत है। इसे 2013 में रूस से 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर देकर खरीदा गया था। 44,500 टन वजनी यह युद्धपोत करीब 284 मीटर लंबा है। इसकी ऊंचाई करीब 60 मीटर है। यह 20 मंजिला इमारत के समान है। जहाज में कुल 22 डेक हैं। इसमें 30 से अधिक विमानों को ले जाने की क्षमता है, जिसमें मिग 29K जेट, कामोव 31 और कामोव 28 हेलीकॉप्टर शामिल हैं। 

यह भी पढ़ें- ये हैं दुनिया के 10 सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलिकॉप्टर, पहले नंबर वाला अपाचे है भारत के पास

Share this article

Latest Videos

click me!

Latest Videos

NEET पेपर लीक पर राज्यसभा में देश के युवाओं को PM मोदी का बहुत बड़ा आश्वासन
हाथरस हादसा: सबसे ज्यादा भगदड़ धार्मिक आयोजनों में ही क्यों? ये हैं 5 बड़ी वजह
भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसियों को एक शर्त के साथ PM मोदी ने दी खुली छूट
नेता प्रतिपक्ष ने किया बहुत बड़ा अपमान...पहली बार उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हुए इतना गुस्सा
PM Modi ने कांग्रेस पर लगाया एक और गंभीर आरोप #shorts #PMModi #Congress