मशीन नहीं एक आदमी का नाम है JCB, जिसने गैराज में बनाया बुलडोजर और बदल दी कंस्ट्रक्शन की दुनिया

जेसीबी (JCB) इन दिनों चर्चा में है। यह किसी मशीन नहीं बल्कि एक आदमी का नाम है। जोसेफ साइरिल बामफोर्ड ने अपने गैराज में जमीन की खुदाई करने वाली मशीन का निर्माण किया था। उन्होंने इसे बनाने के लिए जेसीबी नाम की कंपनी की स्थापना की थी।

नई दिल्ली। बुलडोजर (Bulldozer) इन दिनों चर्चा में है। दिल्ली के जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल हुआ तो मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने गुजरात में जेसीबी फैक्ट्री की यात्रा की तो वह बुलडोजर की सवारी किए बिना नहीं रह पाए। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपराधियों के खिलाफ इसका इतना इस्तेमाल किया कि लोग योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर वाले बाबा तक कहने लगे।

जिस मशीन को जेसीबी या बुलडोजर कहा जाता है उसे ब्रिटेन के एक नागरिक ने अपने गैराज में बनाया था। जेसीबी किसी मशीन का नहीं, उसे बनाने वाले व्यक्ति जोसेफ साइरिल बामफोर्ड (Joseph Cyril Bamford) का नाम है। उन्होंने अपने गैराज में भारी सामान उठाने और खुदाई करने वाली मशीन बनाई। उन्होंने जेसीबी नाम से अपनी कंपनी की स्थापना की थी। उनकी कंपनी द्वारा बनाई गई मशीन दुनिया भर में इतना प्रसिद्ध हुई कि उसे लोग जेसीबी के नाम से जानने लगे। 

Latest Videos

बदल दी कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र की दुनिया
जेसीबी एक अर्थ मूवर वाहन है। यह दुनियाभर में इतना प्रसिद्ध हुआ कि अर्थ मूवर वाहन किसी भी कंपनी की हो, लोग उसे जेसीबी के नाम से बुलाते हैं। इसने कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में दुनिया बदल की। जो काम दर्जनों मजदूर पूरे दिन में नहीं कर पाते वह जेसीबी चंद मिनटों में कर देती है। इसके चलते यह आज पूरी दुनिया में कंस्ट्रक्शन साइट पर देखा जाता है। सड़क बनाना हो या मकान या नाला सफाई या कोई और काम। हर जगह जेसीबी का इस्तेमाल होता है। 

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुआ था जेसीबी का निर्माण
जेसीबी बनाकर जोसेफ साइरिल बामफोर्ड ने निर्माण की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव लाया। उन्होंने अपनी कंपनी जेसीबी की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के अंत के बाद की थी। जोसेफ ब्रिटेन के रहने वाले थे। उन्होंने 1945 में अपने गैराज में कृषि टिपिंग ट्रेलरों का विकास शुरू किया था। जोसेफ साइरिल बामफोर्ड कृषि इंजीनियरिंग व्यवसाय बामफोर्ड्स लिमिटेड के संस्थापक के पोते थे। उनका जन्म 1916 में हुआ था। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विमान उत्पादन और ब्रिटेन के इलेक्ट्रिक मंत्रालय के साथ काम किया था।

यह भी पढ़ें- बुलडोजर पर चढ़कर ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने दिया पोज, यूक्रेन संकट पर भारत को लेकर दिया यह बयान

विश्व युद्ध के बाद बामफोर्ड ने लॉक-अप गैराज में कृषि ट्रेलरों का निर्माण शुरू किया था। उन्होंने विश्वयुद्ध के प्रभाव से उभर रहे ब्रिटेन के कृषि बाजार को कैप्चर किया। उन्होंने 1948 में हाइड्रोलिक में विविधता प्राप्त की, जिसने खेल को हमेशा के लिए बदल दिया। उनकी कंपनी यूरोप में हाइड्रोलिक लोडर लॉन्च करने वाली पहली कंपनी थी। यह जल्द ही बाजार में छा गई। 1953 में कंपनी ने पहली बार खुदाई करने वाली मशीन लॉन्च की थी।

यह भी पढ़ें- जहांगीरपुरीवालों को मिली 2 हफ्ते की राहत, लेकिन देश में और कहीं नहीं रुकेगा बुल्डोजर, SC ने कही ये बात

Share this article
click me!

Latest Videos

स्पीकर उठकर चले गए, मुझे एक भी शब्द बोलने नहीं दियाः Rahul Gandhi
Waqf Bill-Delimitation-Hindi Language Issue पर योगी का जोरदार जवाब
CM Yogi Interview: 'ये दबंगई नहीं, हमारी सराफत का स्टाइल है', Kunal Kamra पर महाराज ने क्या कहा
'औरंगजेब-बाबर और जिन्ना को पूजने वाले...', विपक्ष को योगी आदित्यनाथ ने दिया करारा जवाब
क्या योगी सरकार में मुसलमान सुरक्षित हैं? CM ने उदाहरण देकर दिया तगड़ा जवाब