Parliament Budget Session 2025: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने दावा किया है कि सदन में उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। राहुल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाए। 

Parliament Budget Session: लोकसभा में बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान सत्ता पक्ष द्वारा विपक्ष को दबाया जा रहा है। यह आरोप विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है।

राहुल गांधी ने कहा, "मुझे नहीं पता कि चल रहा है। उन्होंने (लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला) मेरे बारे में कुछ कहा। जब मैंने कहा कि विपक्ष के नेता के नाते मैं बोलना चाहता हूं तो वह भाग गए। यह सदन चलाने का तरीका नहीं है। स्पीकर उठकर चले गए। एक शब्द नहीं बोले। पहले मेरे बारे में कुछ बोल रहे हैं। फिर मैं खड़ा हुआ। मैंने कहा कि मुझे बोलने दीजिए। आपने मेरे बारे में कुछ बोला है। घूमकर चले गए।"

कुंभ मेला पर बोलना चाहता था, बोलने नहीं दिया: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा, "सदन में मैं जब भी उठता हूं, विपक्ष के नेता को बोलने दिया जाता है। जब भी मैं खड़ा होता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता। पता नहीं ये किस प्रकार से हाउस चल रहा है। जो हम कहना चाहते हैं वो हमें कहने नहीं देते।"

Scroll to load tweet…

उन्होंने कहा, "मैंने कुछ नहीं किया है। मैं बिल्कुल शांति से बैठा था। मैंने एक शब्द नहीं बोला। पिछले 7-8 दिन में मुझे बोलने नहीं दिया। मैंने कुछ नहीं बोला। ये एक नया तरीका है, जहां लोकतंत्र में विपक्ष की जगह होती है और सरकार की जगह होती है। यहां विपक्ष की जगह नहीं है। यहां सिर्फ सरकार की जगह है। उस दिन प्रधानमंत्री ने कुंभ मेला के बारे में बोला। मैं अपनी बात जोड़ना चाहता था। मैं कहना चाहता था हां बहुत अच्छा है कि कुंभ मेला हुआ। मैं बेरोजगारी के बारे में भी कुछ कहना चाहता था। नहीं बोलने दिया। पता नहीं स्पीकर की क्या सोच है। क्या अप्रोच है। सच्चाई यह है कि हमें बोलने नहीं दे रहे हैं। सदन को पूरी तरह अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा रहा है।

ओम बिरला ने राहुल गांधी पर कही थी ये बातें

सदन की कार्यवाही के दौरान, अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी से कहा था कि जब वे कोई मुद्दा उठाने का प्रयास करें तो सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा, “इस सदन में पिता और पुत्री, माता और पुत्री, पति और पत्नी सदस्य रहे हैं। इस संदर्भ में मैं विपक्ष के नेता से अपेक्षा करता हूं कि वे नियम 349 के अनुसार आचरण करें। यह सदस्यों द्वारा पालन किए जाने वाले नियमों से संबंधित है।”