
उत्तरकाशी में धराली आपदा से देश अभी उभर भी नहीं पाया था कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के मचैल माता यात्रा मार्ग पर गुरुवार को भयंकर बादल फटने से तबाही मची। चशोती गांव में दोपहर 12:30 बजे अचानक मलबा और भारी पानी की बाढ़ आई, जो घर, लंगर स्थल, दुकानें, वाहन, और पुल तक को बहा ले गई। कई श्रद्धालु लंगर में भोजन करने और यात्रा के लिए इंतजार कर रहे थे। अब तक 46 से अधिक शव बरामद हो चुके हैं और करीब 120 लोग घायल हैं, जबकि 200 से अधिक लापता बताए जा रहे हैं। इन मौतों में सुरक्षाकर्मी और स्थानीय लोग भी शामिल हैं। वहीं जिन लोगों ने अपनी आखों से ये मंजर देखा, उसकी कहानी बयां की है।