असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के चलते 26 जुलाई को खूनी संघर्ष हो गया था। मिजोरम ने असम के मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया। असम पुलिस के 200 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किये गए हैं।
नई दिल्ली। मिजोरम-असम विवाद (Mizoram_Assam Border Conflict) गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के लगातार हस्तक्षेप के बाद भी ठंडा नहीं पड़ रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात करने के बाद मिजोरम ने थोड़ी नरमी दिखाते हुए आपसी बातचीत से मामला सुलझाने का संकेत दिया है। मिजोरम ने असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Himant Biswa Sarma) के खिलाफ केस भी वापस लेने का संकेत दिया है। लेकिन उधर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है।
मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने क्या कहा
मिजोरम-असम सीमा पर खूनी संघर्ष के बाद मिजोरम (Mizoram) के मुख्यमंत्री जोरामथांगा (Zoramthanga) ने हालिया बयान में कहा है कि दोनों राज्य अब बातचीत के जरिए विवाद को सुलझाएंगे। सीएम जोरामथांगा के ट्वीट किया कि अमित शाह से फोन पर हुई बातचीत के बाद असम के साथ विवाद को वार्ता के जरिए सुलझाया जाएगा। उन्होंने मिजोरम के लोगों से अपील की वे विवाद को आगे बढ़ाने से बचें।
असम के सीएम पर दर्ज एफआईआर भी वापस लिया जाएगा
उधर, मिजोरम के चीफ सेक्रटरी (Mizoram Chief Secretary) लालननमाविया चुआंगो ने रविवार को बताया कि राज्य सरकार असम चीफ मिनिस्टर के खिलाफ दायर एफआईआर (FIR) को वापस लेने को राजी है। उन्होंने बताया कि मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने असम के सीएम के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने को मंजूरी नहीं दी थी। उन्होंने हमें सलाह दी थी कि इस मसले को देखें।
चुआंगो ने कहा कि वह इस मसले पर संबंधित पुलिस अधिकारियों से बात करेंगे और अगर कोई कानूनी वैधता नहीं मिलती है तो असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ एफआईआर को वापस लिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने असम के 6 शीर्ष अधिकारियों और 200 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।
26 जुलाई को दोनों राज्यों में सीमा विवाद में खूनी संघर्ष
असम (Assam) और मिजोरम (Mizoram) के बीच सीमा विवाद के चलते 26 जुलाई को खूनी संघर्ष हो गया था। इस संघर्ष में असम पुलिस के 5 जवान और एक आम नागरिक की मौत हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि मिजोरम ने असम के मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया। मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) जॉन एन ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास और आपराधिक साजिश समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। असम पुलिस के 200 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किये गए हैं।
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