सार
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस ऐडेनोम ग्रीबीसीस ने बताया कि चार हफ्तों में दुनियाभर के अंदर कोरोना संक्रमण के मामले 80 फीसदी तक बढ़े हैं।
नई दिल्ली। कोरोना (Covid-19) ने एक बार फिर एशियाई देशों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। अचानक आए मामलों में तेजी से उछाल से कई देशों की चिंताएं बढ़ गई है। भारत में भी कोविड केसों में तेजी देखी जा रही है।
उधर, जापान, थाईलैंड, मलेशिया समेत कई देशों में कोरोना वायरस तेजी से फैलना शुरू कर दिया है। टोक्यो ने तो ओलंपिक गांव से बाहर जाने तक की मनाही कर दी है। यहां इमरजेंसी लागू है।
कोरोना के डेल्टा वायरस (Delta Virus) के कहर बरपाने से आस्ट्रेलिया के सिडनी में भी स्थितियां और बिगड़ने लगी हैं। यहां सख्त पाबंदियां (lockdown) तक लागू कर दी गई हैं।
मलेशिया बना कोरोना का गढ़
मलेशिया में काफी तेजी से कोरोना फैला है। पिछले चौबीस घंटों में यहां कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 17 हजार 786 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
थाइलैंड में भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। यहां भी एक दिन में संक्रमण के 18 हजार 912 नए केस दर्ज किए और इस वायरस की वजह से 178 लोगों की जान गई। थाइलैंड की सरकार का कहना है कि उनके देश में कोरोना के 60 फीसदी केस डेल्टा वेरिएंट के हैं तो वहीं, अकेले बैंकॉक में 80 फीसदी मामले डेल्टा के हैं।
थाइलैंड में कोरोना से हो रही मौतें अचानक बढ़ने के बाद यहां अस्पतालों ने शवों को कंटेनरों में रखना शुरू कर दिया है क्योंकि अस्पतालों के शवगृह में जगह नहीं है। एक अस्पताल के स्टाफ के मुताबिक, 20 फीसदी शव ऐसे हैं जो मरने के बाद कोविड पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले साल 2004 की सुनामी के वक्त अस्पताल ने शवों को कंटेनर में रखना शुरू कर दिया था।
चीन में भी डेल्टा वायरस का कहर, वियतनाम में लॉकडाउन
चीन के निनजियांग प्रांत में कोरोना कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के कई मामले मिल रहे हैं। वियतनाम ने कोविड के बढ़ते कहर को देखते हुए सोमवार से अपने बिजनेस हब हो ची मिन्ह सिटी सहित 18 अन्य शहरों और प्रांतों में अगले दो हफ्तों के लिए सख्त पाबंदियां लागू कर रहा है।
चार हफ्तों में बढ़े 80 फीसदी मामले-डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस ऐडेनोम ग्रीबीसीस ने बताया कि चार हफ्तों में दुनियाभर के अंदर कोरोना संक्रमण के मामले 80 फीसदी तक बढ़े हैं।
यह भी पढ़ेंः
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता अब भारत के पास, आज फ्रांस से मिली जिम्मेदारी