
नई दिल्ली। देशवासियों के लिए गुड न्यूज (Good News) है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि हमारे देश का निर्यात अच्छी दर से बढ़ रहा है और अब अगले वित्त वर्ष के लिए 450-500 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में निर्यात 197 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। गोयल शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिंग (video conferencing) के जरिए विभिन्न ईपीसी के प्रमुखों के साथ मध्यावधि समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। गोयल ने नई विदेश व्यापार नीति (New Foreign Trade Policy) को अंतिम रूप देने से पहले सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श करने के भी निर्देश दिए हैं।
गोयल ने कहा कि 48 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है और इस साल 400 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए निर्यात सही रास्ते पर हैं। उन्होंने कहा- ‘हमारे निर्यातकों ने आज हम सभी भारतीयों को गौरवान्वित किया है। हम अगले साल 450-500 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रख सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि सरकार ब्रिटेन, यूएई, ओमान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ईयू, रूस और साउथ अफ्रीकन कस्टम्स यूनियन (एसएसीयू) समेत विभिन्न देशों और ब्लॉकों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर बातचीत कर रही है। एसएसीयू में बोत्सवाना, लेसोथो, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और स्वाजीलैंड शामिल हैं।
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इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बड़ी संभावना है: गोयल
मंत्री ने कहा कि इंजीनियरिंग मटेरियल में काफी संभावनाएं हैं और कपड़ा निर्यात का लक्ष्य 100 बिलियन डॉलर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 अक्टूबर को ‘गति शक्ति’ कार्यक्रम का अनावरण करेंगे। गोयल ने परिषद के प्रमुखों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। गोयल ने सरकार द्वारा हाल में घोषित विभिन्न पीएलआई योजनाओं का उल्लेख किया और कहा- आपको देखना चाहिए कि हम ये योजनाएं लेकर आए हैं।
सरकार ने दो बड़ी स्कीम की घोषणा की
कपड़ा उद्योग के लिए हाल ही में सरकार ने दो बड़ी घोषणा की हैं। पहले तो इसके लिए PLI स्कीम की घोषणा की गई है जिसके लिए 10 हजार करोड़ से ज्यादा फंडिंग दी गई है। इसके अलावा, MITRA स्कीम को मंजूरी मिली है। इसके तहत पूरे देश में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क्स तैयार किए जाएंगे।
गुणवत्ता से ही निर्यात का भविष्य तय होगा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बार-बार रिमांडर भेजने के बावजूद ईपीसी ने वैश्विक बाजारों में मेक इन इंडिया उत्पादों की छवि खराब करने वाले कुछ निर्यातकों की पहचान नहीं की है। उन्होंने कहा- गुणवत्ता से ही हमारे निर्यात का भविष्य निर्धारित होगा। राज्यमंत्री (वाणिज्य एवं उद्योग) अनुप्रिया पटेल ने निर्यातकों को विभिन्न मंत्रालयों से जुड़ी उनकी चिंताओं के त्वरित समाधान का भरोसा दिलाया, जो निर्यात के विकास को नुकसान पहुंचा रही हैं।