Davos Agenda summit: पीएम मोदी बोले-भारत कोरोना से मुकाबला करने के साथ आगे बढ़ रहा

ऑनलाइन 'दावोस एजेंडा' शिखर सम्मेलन लगातार दूसरे वर्ष आयोजित किया जा रहा। फोरम 50 वर्षों से स्विस स्की रिसॉर्ट शहर दावोस में अपनी वार्षिक बैठक की मेजबानी कर रहा है, लेकिन यह 2021 में महामारी के कारण नहीं हो सका और इस वर्ष की गर्मियों की शुरुआत तक भी स्थगित कर दिया गया।

Asianet News Hindi | Published : Jan 17, 2022 2:16 PM IST / Updated: Jan 17 2022, 09:03 PM IST

नई दिल्ली। COVID-19 महामारी के कारण विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) ने वार्षिक मीटिंग वर्चुअल आयोजित की है। ऑनलाइन दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन (Davos Agenda summit) को पीएम मोदी संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया के साथ भारत भी कोरोना महामारी को झेल रहा लेकिन वह मजबूती से इस महामारी का मुकाबला तो कर ही रहा साथ ही आगे भी बढ़ रहा है। 

पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'स्टेट ऑफ द वर्ल्ड' विशेष भाषण दिया। अपने स्पेशल संबाेधन में पीएम मोदी ने कोरोनो वायरस के खिलाफ करोड़ों भारतीयों का सफलतापूर्वक टीकाकरण किए जाने की जानकारी देते हुए उन्होंने भारतीयों के स्वभाव और प्रतिभा के साथ 21 वीं सदी को सशक्त बनाने के लिए लोकतंत्र और प्रौद्योगिकी पर भारत के अटूट विश्वास के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। साथ ही, देश ने अपनी आबादी को 156 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी। हमारा बहुभाषी, सांस्कृतिक वातावरण न केवल हमारी ताकत बल्कि दुनिया की ताकत है। कोरोना वायरस महामारी की इस अवधि में, भारत ने अपने 80 करोड़ से अधिक नागरिकों को मुफ्त भोजन प्रदान करके अपनी ताकत का प्रदर्शन किया ... आज, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा उत्पादक है। उन्होंने बताया कि भारत ने कैसे 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' के विजन का अनुसरण करते हुए कई देशों को आवश्यक दवाएं, टीके देकर करोड़ों लोगों की जान बचाई जा रही है। 
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है। उन्होंने कहा कि पिछले महीने ही भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए 4.4 अरब का लेनदेन हुआ है। 

17 से 21 तक वर्चुअल सम्मेलन

वर्चुअल प्रोग्राम 17 से 21 जनवरी 2022 तक आयोजित है। प्रोग्राम में जापान के पीएम किशिदा फुमियो सहित इजरायल, आस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, चीन सहित कई राष्ट्राध्यक्षों के अलावा यूरोपीय कमिशन के चेयरमैन उर्सुआ वॉन डेर लेयेन भी संबोधित करेंगे। सोमवार की सुबह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के विशेष भाषण के साथ समिट की शुरूआत की गई। 

लगातार दूसरे साल आयोजित है यह सम्मेलन ऑनलाइन

ऑनलाइन 'दावोस एजेंडा' शिखर सम्मेलन लगातार दूसरे वर्ष आयोजित किया जा रहा। फोरम 50 वर्षों से स्विस स्की रिसॉर्ट शहर दावोस में अपनी वार्षिक बैठक की मेजबानी कर रहा है, लेकिन यह 2021 में महामारी के कारण नहीं हो सका और इस वर्ष की गर्मियों की शुरुआत तक भी स्थगित कर दिया गया।

मंगलवार को इजरायल व जापान के राष्ट्राध्यक्ष का संबोधन

इजरायल के प्रधान मंत्री नफ्ताली बेनेट और जापान की प्रधान मंत्री किशिदा फुमियो मंगलवार को अपने-अपने विशेष संबोधन देने वाले हैं। इसके अलावा मंगलवार को वैश्विक सामाजिक अनुबंध और वैक्सीन इक्विटी की चुनौतियों पर विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेबियस और भाग लेंगे। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख अदार पूनावाला सहित अन्य भी इस सत्र में रहेंगे।

बुधवार को जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ विशेष भाषण देंगे। इसके अलावा, ऊर्जा संक्रमण, जलवायु नवाचार को बढ़ाने और लैटिन अमेरिका के दृष्टिकोण पर सत्र होंगे।
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो गुरुवार को अपने विशेष भाषण देने वाले हैं।

आखिरी दिन इन राष्ट्राध्यक्षों का होगा संबोधन

आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और नाइजीरिया के उपराष्ट्रपति येमी ओसिनबाजो अपना विशेष भाषण देंगे। इसके अलावा, वैश्विक अर्थव्यवस्था, भविष्य की तैयारियों के निर्माण और प्रकृति-सकारात्मक अर्थव्यवस्था को गति देने पर विशेष सत्र होंगे। इन सत्रों के लिए सूचीबद्ध वक्ताओं में यूएस ट्रेजरी सचिव जेनेट एल येलेन, आईएमएफ के प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और यूरोपीय सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड शामिल हैं।

इस थीम पर आयोजित कार्यक्रम

WEF ने कहा है कि 'दावोस एजेंडा 2022' प्रमुख विश्व नेताओं के लिए 2022 के लिए अपने दृष्टिकोण साझा करने के लिए पहला वैश्विक मंच है और इसे 'द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड' की थीम पर बुलाया गया है।

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