राज्यसभा का 250वां सत्र, पीएम ने एनसीपी-बीजेडी की तारीफ की, कहा- सभी दलों को इनसे सीखने की जरूरत

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया। यह सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। यह राज्यसभा का 250वां सत्र है। इस मौके पर पीएम मोदी ने सदन को संबोधित किया।

Asianet News Hindi | Published : Nov 18, 2019 8:42 AM IST / Updated: Nov 18 2019, 02:47 PM IST

नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया। यह सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। यह राज्यसभा का 250वां सत्र है। इस मौके पर पीएम मोदी ने सदन को संबोधित किया।

पीएम मोदी ने कहा, संविधान निर्माताओं ने जो व्यवस्था की है वह उपर्युक्त है। निचला सदन (लोकसभा) जमीन से जुड़ा है तो ऊपरी सदन (राज्यसभा) दूर तक देख सकता है। इन सदनों ने इतिहास बनाया भी है और इतिहास बनता भी देखा है। राज्यसभा की एक अलग विशेषता है कि वह ना कभी भंग हुई है ना कभी भंग होगी। सदस्य आते रहेंगे और जाते रहेंगे।

पीएम मोदी ने एनसीपी और बीजेडी की तारीफ की
इस दौरान पीएम मोदी ने एनसीपी और बीजेडी के सासंदों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों के सासंद कभी बेल में नहीं आए। हमें, हमारे सहयोगी दलों को और अन्य दलों को इससे सीखने की जरूरत है। ऐसा किए बिना भी कभी एनसीपी और बीजेडी की राजनीतिक यात्रा नहीं रुकी।

'यह हमारी विचार यात्रा का प्रतिबिंब'
उन्होंने कहा, इन सभी सत्रों में अपना योगदान देने वालों का मैं अभिनंदन और नमन करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि राज्यसभा के 250वें सत्र पर सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद। 250वां सत्र यह अपने आप में समय व्यतीत हुआ, ऐसा नहीं है। समय बदलता गया, परिस्थितियां बदलती गईं, बदली हुई परिस्थियों को आत्मसात करते हुए खुद को ढाला। यह हमारी विचार यात्रा का प्रतिबिंब है। 

- इस सदन की दो बड़ी विशेषता है। एक स्थायित्व और दूसरी विविधता। स्थायी इसलिए क्योंकि यह कभी भंग नहीं होता है। यह फेडरल स्ट्रक्चर की आत्मा है। भारत की विविधता, अनेकता को सूत्र की सबसे बड़ी ताकत इस सदन में नजर आती है। जो समय समय पर दिखती है। 

- हर किसी के लिए चुनावी अखाड़ा पार करना सरल नहीं होता है, लेकिन देश हित में उनकी उपयोगिता कम नहीं होती। यह एक ऐसी जगह है जहां वो लोग आ सकते हैं। उन्हें लाभ मिलता है। सबसे बड़ा उदाहरण बाबा साहब स्वयं हैं, जिनकी वजह से देश को बहुत लाभ मिला।

- यहां कई महत्वपूर्ण बिल पास हुए हैं। लगता था कि तीन तलाक का कानून पास होगा कि नहीं होगा। लेकिन इस सदन में पास हुआ। जीएसटी पर लंबे अरसे से चर्चा होती रही। लेकिन इसी सदन में पास हुआ। देश को दिशा देने का काम इस सदन ने पहले किया, लोकसभा ने बाद में। संविधान के अंदर धारा 370 आई, उसे इसी सदन में लाया गया और यहीं से उसे हटाया भी गया।

- हमारी प्राथमिकता है कल्याणकारी राज्य, लेकिन एक प्राथमिकता है राज्यों का भी कल्याण। यह दोनों मिलकर राज्य और केंद्र मिलकर देश को आगे बढ़ा रहे हैं। राज्य और केंद्र सरकारें मिलकर काम करें, तभी तरस्की संभव है।

- बहुत सी नीतियां केंद्र सरकार बनाती है। उन नीतियों में राज्यों की रोजमर्रा की दिक्कतों को सटीक तरीके से कोई ला सकता है तो यह सदन ला सकता है।  यह काम यहां से हो रहा है। भारत के विकास के लिए इसे सपोर्टिव हाउस बने रहना चाहिए।

हमारी यात्रा अहम- पीएम मोदी
संसद की कार्यवाही में भाग लेने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2019 का यह आखिरी सत्र है और यह बहुत ही महत्वपूर्ण सत्र है। क्योंकि राज्यसभा का 250वां सत्र होगा जो हमारी यात्रा को लेकर अहम है।

नागरिक संशोधन समेत 35 बिल ला सकती है सरकार
सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है। इस सत्र में सरकार कई अहम बिल ला सकती है। भाजपा ने नागरिक संशोधन बिल लाने का पहले ही संकेत दे दिया है। इस बिल के माध्यम से सरकार बाग्लादेश, पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों से आने वाले अल्पसंख्यकों यानी हिंदू, जैन, बुद्ध और पारसियों को नागरिकता देने के पक्ष में है। हालांकि, कांग्रेस ने इस बिल का विरोध करने का संकेत दे दिया है।

राम मंदिर पर ट्रस्ट बनाने के लिए बिल पेश कर सकती है सरकार
नागरिक संशोधन विधेयक के अलावा सरकार दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करना, डॉक्टरों पर हमला करने वालों को सजा का प्रावधान समेत अहम बिल ला सकती है। इसके अलावा दो अध्यादेश कॉर्पोरेट दर में कटौती और ई सिगरेट पर प्रतिबंध के लिए भी बिल लाएगी। राम मंदिर ट्रस्ट बनाने के लिए सरकार बिल ला सकती है।

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