नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली में मुख्य सचिवों के चौथे राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का बड़ा लाभ यह है कि टीम इंडिया खुले मन से चर्चा के लिए एक साथ आई है और विकसित भारत के लिए मिलकर काम कर रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि जन-समर्थक सक्रिय सुशासन (P2G2) हमारे कार्य का मूल है। इसके माध्यम से हम 2047 तक विकसित भारत के विजन को प्राप्त कर सकते हैं।
टियर 2/3 शहरों में स्टार्ट-अप शुरू होने की सराहना करते हुए पीएम ने राज्यों से ऐसे इनोवेशन को प्रोत्साहित करने और ऐसा माहौल देने की दिशा में काम करने के लिए कहा जहां स्टार्ट-अप फल-फूल सकें। उन्होंने राज्यों से छोटे शहरों में उद्यमियों के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने और उन्हें बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने और दूसरी सुविधाएं देने की अपील की।
पीएम ने कहा कि राज्य अपने यहां कारोबार करना, उद्यम लगाना सरल बनाएं। शासन मॉडल में इस तरह सुधार करें कि जनभागीदारी को बढ़ावा मिले। सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही लोगों को सरकार की विभिन्न पहलों के बारे में बताना भी जरूरी है।
सर्कुलर इकोनॉमी के बारे में नरेंद्र मोदी ने कहा कि गोबरधन कार्यक्रम को अब एक बड़े ऊर्जा संसाधन के रूप में देखा जा रहा है। यह पहल कचरे को संपदा में बदल रही है। पीएम ने राज्यों को ई-कचरे को रीसायकल करने में मदद किस तरह किया जाए इसके लिए काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ने के साथ ही डिजिटल कचरा और भी बढ़ेगा। इस ई-कचरे को एक उपयोगी संसाधन में बदलने से ऐसी सामग्री के आयात पर हमारी निर्भरता कम होगी।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट के तहत भारत में मोटापे को एक बड़ी चुनौती के रूप में लिया जाना चाहिए। एक फिट और स्वस्थ भारत ही विकसित भारत हो सकता है। भारत को 2025 के अंत तक टीबी मुक्त बनाना है। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इस लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पुरानी पांडुलिपियां भारत की धरोहर हैं। इन्हें डिजिटल बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। पीएम गतिशक्ति को नियमित रूप से अपडेट किया जाना चाहिए। पर्यावरणीय प्रभावों, आपदा संभावित क्षेत्रों के संकेतकों को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए।
पीएम ने शहरों को आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए मानव संसाधन विकास पर जोर दिया। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल को नमन करते हुए उन्हें सभी सिविल सेवकों के लिए प्रेरणास्रोत बताया। कहा कि आज उनकी पुण्यतिथि है और इस साल उनकी 150वीं जयंती भी है।
पीएम ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रत्येक भारतीय को सक्रिय भागीदार बनाना होगा। इसके लिए स्वतंत्रता आंदोलन के उदाहरण का अनुसरण करना चाहिए। जिस तरह सभी क्षेत्रों के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया उसी तरह प्रत्येक भारतीय को 2047 तक विकसित भारत बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।
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