रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किए जाने के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी की बैठक की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय लोगों को सुरक्षित निकालना पहली प्राथमिकता है। भारत सरकार जमीन के रास्ते भारतीय नागरिकों और छात्रों को निकालने की कोशिश कर रही है।
नई दिल्ली। रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण (Russia Ukraine war) किए जाने के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी की बैठक की। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कैबिनेट सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद थे।
कैबिनेट कमिटी की बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने कहा कि बैठक के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों और छात्रों को निकालने पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय लोगों को सुरक्षित निकालना पहली प्राथमिकता है। जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से फोन पर बात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत की प्रकृति का पहले से अनुमान लगाना मुश्किल होगा। बातचीत यूक्रेन की स्थिति के आसपास होगी।
विदेश सचिव ने कहा कि यूक्रेन से विमानों का परिचालन बंद हो गया है। ऐसे में भारत सरकार जमीन के रास्ते भारतीय नागरिकों और छात्रों को निकालने की कोशिश कर रही है। भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए विदेश मंत्रालय की टीमों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाक गणराज्य और रोमानिया में यूक्रेन के साथ जमीनी सीमाओं पर भेजा जा रहा है। इन देशों से लगी सीमा पर कैंप लगाकर भारतीयों को यूक्रेन से निकाला जाएगा। हम अत्यधिक सावधानी के साथ निकासी को संभालेंगे। कीव से भारतीय नागरिकों को निकालने और सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए रोडवेज तैयार किए गए हैं। हम यूक्रेन की स्थिति के संबंध में एयरलिफ्ट (भारतीयों की) क्षमता के प्रावधान रखने के लिए रक्षा मंत्रालय के संपर्क में हैं।
यूक्रेन के परमाणु संयंत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा रूस
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस यूक्रेन के परमाणु संयंत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। रूसी सेना ने चोरनोबिल पर हमला किया है। यहां रूस और यूक्रेन की सेना के बीच लड़ाई हो रही है। वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि हमारे जवान अपनी जान दे रहे हैं ताकि 1986 की त्रासदी दोबारा न हो। स्वीडिश पीएम को इसकी सूचना दी गई है। यह पूरे यूरोप के खिलाफ युद्ध की घोषणा है।
यूक्रेन के सैन्य बुनियादी ढांचों को तबाह कर रहा रूस
रूस मिसाइलों से सटीक हमला कर यूक्रेन के सैन्य बुनियादी ढांचों को तबाह कर रहा है। गुरुवार तड़के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के पूर्वी डोनबास इलाके में सैन्य कार्रवाई की घोषणा की थी। इसके बाद से यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर रूस लगातार हमले कर रहा है। सैन्य बुनियादी ढांचों, एयर डिफेंस और एयर फोर्स के ठिकानों पर हमले किए जा रहे हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव के अलावा निप्रो और खार्कीव में सेना मुख्यालयों, हवाई पट्टियों और सैन्य वेयरहाउसों पर हमले हुए हैं।
रूस की सेना ने 74 सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं। 30 से अधिक जगहों पर बड़े हमले हुए हैं। राजधानी कीव में रूस की सेना घुस गई है। यूक्रेन के 40 सैनिकों और आम लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है। कीव में यूक्रेन का एक फाइटर जेट क्रैश हो गया है। रूस के पैराट्रूपर्स यूक्रेन के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों के पास हवा से उतर रहे हैं और उनपर कब्जा कर रहे हैं। यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस के 50 सैनिक मारे गए हैं।
बता दें कि रूसी सशस्त्र बल दुनिया के सबसे बड़े सैन्य बलों में से एक है। सेना पर खर्च के मामले में रूस दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शुमार है। यूक्रेन और रूस की सैन्य क्षमताओं की आमने-सामने की तुलना में रूस लगभग हर पहलू में यूक्रेन से काफी आगे है।
यूक्रेन ने भारत से मांगी थी मदद
दरअसल, रूस के जंग के ऐलान के बाद यूक्रेन में लगातार स्थिति बिगड़ती जा रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई जगह हुए धमाकों के बाद यूक्रेन में मार्शल लॉ लगा दिया गया है। भारत में यूक्रेन के राजदूत डा इगोर पोलिखा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। गुरुवार को यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे तनाव में भारत अहम भूमिका अदा कर सकता है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा कि वह तुरंत यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस बारे में बात करें। मोदी इस समय बहुत बड़े नेता हैं, हम उनसे मदद की अपील करते हैं।
भारतीय दूतावास ने जारी की एडवायजरी
यूक्रेन की केपिटल कीव में स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy) की तरफ से अपने इंडियन लोगों के लिए एडवायज़री जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि यूक्रेन में बहुत भारी अनिश्चितता का माहौल है। आप सभी से अपील की जाती है कि शांति बनाए रखे । दूतावास ने बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जो भी जहां है वहीं रहे, भारतीय लोग अपने घरों, हॉस्टलों और रास्तों में जहां हैं, वहीं सेफ्टी से रहें। एडवायज़री में कहा गया है कि राजधानी कीव की तरफ बढ़ रहे लोग वहीं ठहर जाएं। मौका हो तो अपने घरों तक सुरक्षित लौट जाएं। भारतीय दूतावास की तरफ से विशेष तौर पर कहा गया है कि यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से लगते सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
भारतीय नागरिकों को निकालने की वैकल्पिक व्यवस्था कर रही मोदी सरकार
यूक्रेन ने मिसाइल और साइबर अटैक के डर से अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इसके बाद से वहां फंसे भारतीयों को निकालने के मिशन को बड़ा झटका लगा है। हालांकि सरकार ने इसके लिए अलग से बंदोबस्त करने की बात कही है। कीव में भारतीय दूतावास ने बताया कि खतरे के मद्देनजर विशेष फ्लाइटों को रद्द कर दिया गया है। भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
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यूक्रेन में भारतीय नागरिक ऐसे करें संपर्क
यूक्रेन में भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक कंट्रोल रूम बनया है। यूक्रेन में मौजूद Indian citizens और उनके परिवार इमरजेंसी में दिए गए नंबरों और ईमेल पर जानकारी और मदद के लिए गुहार लगा सकते हैं। यूक्रेन से रिलेटिड जानकारी के लिए भारतीय नागरिक टोल फ्री नंबर 1800118797 पर बात कर सकते हैं।
*कुछ और फोन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। ये नंबर इस प्रकार हैं।
+91 11 23012113 / +91 11 23014104 / +91 11 23017905
*यूक्रेन में फैक्स सेवाओं के लिए नंबर जारी किया गया है: +91 11 23088124
* विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों के लिए एक ईमेल आईडी जारी की है, यूक्रेन में मौजूद भारतीय इस पर हेल्प के लिए मैसेज कर सकते हैं।
मेल आईडी है : situationroom@mea.gov.in
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