शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि नेहरू या किसी अन्य ऐतिहासिक व्यक्तित्व को निशाना बनाकर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों का मुकाबला करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सावरकर के बारे में अपनी विवादित टिप्पणी करने की जरूरत नहीं थी।
Savarkar Controversy: वीडी सावरकर पर राहुल गांधी के बयान ने राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि सावरकर, नेहरू या किसी अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ये स्वतंत्रता सेनानी अब अपनी रक्षा के लिए जीवित नहीं हैं। न सावरकर, न पंडित जवाहर लाल नेहरू, कोई भी अब वापस नहीं आने वाला है तो ऐसे सेनानियों के बारे में कुछ भी बहस बंद होनी चाहिए।
सावरकर पर हुई टिप्पणी का मुकाबला नेहरू पर निशाना साध नहीं होना चाहिए
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि नेहरू या किसी अन्य ऐतिहासिक व्यक्तित्व को निशाना बनाकर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों का मुकाबला करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सावरकर के बारे में अपनी विवादित टिप्पणी करने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र चरण के दौरान यह दावा करते हुए विवाद खड़ा कर दिया था कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और डर के मारे उनके लिए दया याचिका लिखी थी। राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला करने की बजाय शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट को घेरने की कोशिश की है।
मृत लोगों की प्रतिष्ठा धूमिल करने वाली न हो बात
राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि पंडित नेहरू और सावरकर दोनों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास बंद होना चाहिए। सावरकर और अन्य सभी स्वतंत्रता सेनानी हमारे लिए सम्माननीय हैं। ये नेता जीवित नहीं हैं और इसलिए अब अपना बचाव नहीं कर सकते। शिवसेना नेता ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि कोई सावरकर के बारे में बुरा बोलता है, आप नेहरू के बारे में नकारात्मक बातें नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि भारत दूसरा पाकिस्तान नहीं बना इसके लिए भारत हमेशा नेहरू का ऋणी रहेगा।
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