प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सूडान में फंसे भारतीयों की स्थिति की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक कर रहे हैं। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद हैं।
नई दिल्ली। पिछले एक सप्ताह से अफ्रीकी देश सूडान में गृह युद्ध (Sudan Crisis) की स्थिति है। सेना और अर्धसैनिक बल के जवान आपस में लड़ रहे हैं। इस लड़ाई के चलते सूडान में बहुत से भारतीय फंस गए हैं। एक भारतीय नागरिक की मौत भी हुई है।
सूडान में फंसे भारतीयों की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हाईलेवल मीटिंग की है। ब्रीफिंग में विदेश मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सूडान में भारत के राजदूत और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पल-पल का अपडेट रखने, नागरिकों की सुरक्षित वापसी का दिया निर्देश
प्रधान मंत्री मोदी ने सूडान में हाल के घटनाक्रमों का आकलन किया और पूरे देश में वर्तमान में स्थित 3,000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ जमीनी स्थितियों की पहली रिपोर्ट प्राप्त की। पीएम मोदी ने एक भारतीय नागरिक के निधन पर शोक व्यक्त किया, जो पिछले सप्ताह गोली का शिकार हो गया था। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने, स्थिति की बारीकी से निगरानी करने और सूडान में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा व हर संभव सहायता का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से सूडान में फंसे नागरिकों की इमरजेंसी एक्जिट की तैयारियों, सुरक्षा और सभी अन्य विकल्पों पर काम करने व अपडेट रखने का निर्देश दिया। प्रधान मंत्री ने पड़ोसी देशों के साथ-साथ सूडान में बड़ी संख्या में नागरिकों के साथ कम्युनिकेशन बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया।
300 से अधिक लोगों की हुई है मौत
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल के बीच लड़ाई में 300 से अधिक लोगों की मौत हुई है। राजधानी खार्तूम की घनी आबादी वाले इलाकों में हवाई हमले हुए हैं और टैंकों से गोलीबारी की गई है। इसके चलते बिजली की सप्लाई काट दी गई है। करीब 50 लाख लोग बिना भोजन और पानी के अपने घरों में छिपे हुए हैं। संचार नेटवर्क भी बाधित है।
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UN कर रहा युद्धविराम के लिए बात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की। इस संबंध में उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सूडान में युद्धविराम स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। जब तक युद्धविराम नहीं होता है और सुरक्षित गलियारा नहीं बनता है हमारे लिए अपने लोगों को निकालना सुरक्षित नहीं है।