मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि वीडियो फुटेज में बीजेपी की साजिश बेनकाब हुई है। टीआरएस के चार विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई है। डील करने पहुंचे लोगों ने बातचीत के दौरान सबसे अधिक बार गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया। बातचीत में तीन बार पीएम मोदी का भी नाम लिया गया है।
TRS MLA poaching case: तेलंगाना में टीआरएस के चार विधायकों को रिश्वत देकर बीजेपी ज्वाइन करने के प्रस्ताव का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने डील का वीडियो फुटेज जारी कर यह आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के विधायकों को बीजेपी द्वारा तोड़ने की साजिश रची गई थी लेकिन ऑपरेशन लोटस को विफल कर दिया गया है। केसीआर ने आरोप लगाया कि उनके विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये का ऑफर पार्टी छोड़ने के लिए किया गया है। केसीआर ने कहा कि उनके पास एक घंटे से अधिक समय का वीडियो फुटेज है जिससे साबित होता है कि बीजेपी ने पार्टी तोड़ने की कोशिश की है।
हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के जजेस को भेजेंगे वीडियो फुटेज
मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि वीडियो फुटेज में बीजेपी की साजिश बेनकाब हुई है। टीआरएस के चार विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई है। डील करने पहुंचे लोगों ने बातचीत के दौरान सबसे अधिक बार गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया। बातचीत में तीन बार पीएम मोदी का भी नाम लिया गया है। वीडियो में बीएल संतोष, जेपी नड्डा का भी नाम लिया गया है। यह लोग कर्नाटक सरकार के बदलाव की बात कर टीआरएस सरकार को गिराने की बात कर रहे हैं। केसीआर ने आरोप लगाया कि भाजपा तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में सरकारों को गिराने की कोशिश कर रही है। जबकि 8 सरकारों को गिरा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अब न्यायापालिका ही इस देश को बचा सकती है। वह सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष न्यायाधीशों, उच्च न्यायालयों और विपक्षी नेताओं को वीडियो भेजेंगे ताकि तेलंगाना में लोकतंत्र की हत्या करने से बचाया जा सके। टीआरएस ने बताया कि पुलिस द्वारा जब्त किए गए फोन कॉल डेटा को हाईकोर्ट को सौंप दिया गया है। इसके अलावा 3 घंटे की अवधि का बिना संपादित वीडियो भी हाईकोर्ट को दिया गया है। साथ ही एडिटेड एक घंटे का वीडियो भी मीडिया को दिया गया है।
फार्म हाउस में टीआरएस के चार विधायकों की डीलिंग ने पकड़ा तूल
दरअसल, बीते दिनों तेलंगाना के चार सत्ताधारी विधायकों के साथ कुछ लोगों ने एक फार्म हाउस पर डील करने की कोशिश की थी। इसमें आरोप है कि टीआरएस के चारों विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था ताकि वह सरकार को गिराने में मदद करें। टीआरएस ने इसे ऑपरेशन लोटस बताते हुए कहा था कि दिल्ली के दलालों से सरकार गिराने की सााजिश रची जा रही है। बता दें कि फार्महाउस में विधायकों को रिश्वत देने के केस में तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था इसमें एक व्यापारी भी शामिल है। गिरफ्तार रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा, नंदाकुमार, सिंह्याजी स्वामी फिलहाल जेल में हैं। इस केस में तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधायक पायलट रोहित रेड्डी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। विधायक के अनुसार, दो आरोपी बीजेपी से संबंधित हैं। विधायक ने एफआईआर के लिए दी तहरीर में बताया उनको बीजेपी में शामिल होने के लिए 100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। यही नहीं बताया गया कि अगर वह ऑफर स्वीकार नहीं करते हैं तो ईडी या सीबीआई जैसी एजेंसियों की जांच का सामना करेंगे।
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