चारधाम यात्रा: भगवान के घर में कोई नहीं होगा VIP, अब तक 33 श्रद्धालुओं की मौत

चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) के दौरान वीआईपी दर्शन सिस्टम खत्म कर दिया गया है। यात्रा के दौरान अब तक  33 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनुरोध किया है कि श्रद्धालु पूरी तरह से स्वस्थ होने पर ही यात्रा के लिए आएं।

Asianet News Hindi | Published : May 13, 2022 11:32 AM IST / Updated: May 13 2022, 05:03 PM IST

देहरादून। चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) के दौरान अब वीआईपी सिस्टम खत्म कर दिया गया है। भगवान के घर में हर भक्त एक समान होगा। कोई वीआईपी नहीं होगा। वहीं, यात्रा के दौरान अब तक 33 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पहले वीआईपी श्रेणी के दर्शन होते थे। इसे खत्म करने का फैसला लिया गया है। अब कोई वीआईपी नहीं होगा।

चिकित्सा समस्याओं के कारण श्रद्धालुओं की हुई मौत
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत पर चिंता जताते हुए पुष्कर सिंह ने कहा कि हमने सभी से अनुरोध किया है कि वे अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। मैं सभी से अपील करता हूं कि जब तक वे पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाते, तब तक अपनी यात्रा (चार धाम यात्रा) शुरू नहीं करें। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी की मौत भगदड़ से नहीं हुई है। उन सभी ने पहले से मौजूद चिकित्सा समस्याओं के कारण दम तोड़ दिया। पुष्कर सिंह ने कहा, "मैं कतारों में खड़े युवाओं से अनुरोध करता हूं कि बूढ़े और जरूरतमंदों को कतार में आगे बढ़ने दें।" 

Latest Videos

श्रद्धालुओं के आने के रिकॉर्ड टूटे 
पुष्कर सिंह ने कहा कि इस साल श्रद्धालुओं के आने के सभी रिकॉर्ड टूट गए। केदारनाथ के कपाट खुलने से एक दिन पहले 20,000 से अधिक लोग चारधाम यात्रा पर थे। प्रशासन और मंत्री चार धाम यात्रा की व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। यह 2 साल के अंतराल के बाद शुरू हुआ। यह हमारे लिए एक चुनौती है। हम होटल मालिकों, कैब ड्राइवरों, टूर गाइडों से मिले। हमें बताया गया था कि लोगों ने यात्रा के लिए बुकिंग लगभग डेढ़ महीने पहले से शुरू कर दी थी। 

यह भी पढ़ें- चिंतन शिविर: सोनिया गांधी ने PM मोदी पर हमला बोला, कहा- भय में जी रहे लोग, अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार

3 मई को शुरू हुई थी चारधाम यात्रा 
बता दें कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा को चारधाम यात्रा कहा जाता है। वार्षिक चारधाम यात्रा 3 मई को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई। चार धामों में हर साल देश-विदेश से लाखों पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं।

यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की NEET PG 2022 परीक्षा स्थगित करने की याचिका, कहा- मरीजों की देखभाल सर्वोपरि

Share this article
click me!

Latest Videos

कौन थी महालक्ष्मीः हेमंत से शादी-अशरफ से दोस्ती, नतीजा- बॉडी के 40 टुकड़े । Bengaluru Mahalakshmi
आखिर क्यों 32 दिन में दोबारा जेलेंस्की से मिले PM Modi, सामने आया बड़ा प्लान
गैस से क्रेडिट कार्ड तक...1 अक्टूबर से बदल जाएंगे 5 नियम । 1 October New Rule
कौन है संजय शिदें? बदलापुर कांड के आरोपी को दी मौत, दाऊद के भाई को किया था अरेस्ट । Badlapur
सिर्फ एक क्लिक आपको पहुंचा सकता है जेल, आपके फोन में भी तो नहीं हैं ऐसे वीडियो । Child Pornography