सार

तिरुपति मंदिर के लड्डू में कथित मिलावट पर पवन कल्याण और प्रकाश राज के बीच तीखी बहस छिड़ गई है। पवन कल्याण ने 'सनातन धर्म रक्षा बोर्ड' के गठन की मांग की, जबकि प्रकाश राज ने उन्हें मामले की जांच करने और कार्रवाई करने को कहा। जानें पूरा मामला।

Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति मंदिर का लड्डू विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। मंदिर के प्रसाद में मिलने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। इसी बीच, इस मामले को लेकर साउथ के दो सुपरस्टार्स भी आपस में भिड़ गए हैं। पवन कल्याण ने जहां लड्डुओं में मिलावट और मंदिर की पवित्रता को खत्म करने को लेकर सोशल मीडिया में अपनी बात कही, वहीं प्रकाश राज ने उनकी आलोचना करते हुए कहा- आप डिप्टी सीएम हैं, दोषियों की तलाश कर एक्शन लीजिए। इस पर पवन कल्याण ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

पवन कल्याण ने कही थी ये बात

तेलुगु सुपरस्टार पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में, कुत्सित प्रयासों के तहत, जो अपवित्रता का संचार करने की कोशिश की गई, उससे मैं व्यक्तिगत तौर पर आहत हूं। अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अविलंब ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाए।

पवन कल्याण पर प्रकाश राज ने किया पलटवार

पवन कल्याण की इस बात पर प्रतिक्रिया देते हुए साउथ एक्टर प्रकाश राज ने कहा- डियर पवन कल्याण! ये उस स्टेट में हुआ है, जहां आप खुद डिप्टी सीएम हैं। प्लीज जांच करें, दोषियों को ढूंढें और एक्शन लें। आप इस मुद्दे को सेंसेशनल क्यों बना रहे हैं। केंद्र में बैठे आपके दोस्तों की कृपा से देश में पहले ही बहुत कम्युनल टेंशन है।

प्रकाश राज को पवन कल्याण का करारा जवाब

प्रकाश राज के ट्वीट पर पवन कल्याण ने करारा जवाब देते हुए रिप्लाई किया। पवन कल्याण ने कहा- मैं हिंदुत्व की पवित्रता और खाने की चीजों में मिलावट की बात कर रहा हूं। मैं इन मामलों में क्यों न बोलूं? मैं आपका सम्मान करता हूं, लेकिन जब बात सेकुलरिज्म की हो तो ये म्यूचुअल होना चाहिए। फिल्म इंडस्ट्री या किसी को भी तिरुपति मंदिर की पवित्रता के मुद्दे को हल्के में नहीं लेना चाहिए। मेरे लिए सनातन धर्म सबसे अहम है और इसकी जिम्मेदारी हर हिंदू को लेनी चाहिए। किसी दूसरे धर्म में ये घटना होती तो अब तक बड़ा आंदोलन खड़ा हो जाता। बता दें कि पवन कल्याण ने कहा है कि तिरुमाला लड्डू प्रसादम को अपवित्र करने की जो साजिश हुई है, उसका प्रायश्चित करने के लिए वो दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में 11 दिन 'प्रायश्चित्त दीक्षा' करेंगे।

क्या है तिरुपति लड्डू विवाद?

तिरुमला के तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्‌डुओं में जानवरों की चर्बी वाले तेल का इस्तेमाल करने की बात सामने आने के बाद 9 जुलाई, 2024 को मंदिर का मैनेजमेंट देखने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की ओर से उपलब्ध कराए गए घी के नमूने जांच के लिए गुजरात की राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पशुधन और खाद्य विश्लेषण व अध्ययन केंद्र (CALF) भेजे गए। 16 जुलाई को सामने आई रिपोर्ट में बताया गया कि जिस घी से लड्डू बनाए जाते थे, उसमें जानवरों की चर्बी, सूअर की चर्बी और मछली के तेल की मौजूदगी मिली है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।

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