बंगाल में घोटाला होबे: एक फ्लैट में अर्पिता ने सिर्फ डॉग्स पाले हैं, जिनसे 'खेलने' अकसर पार्थ चटर्जी आते थे

कुछ दिन पहले तक 'दबंग सरकार' मानी जाती रही पश्चिम बंगाल की ममता सरकार शिक्षक भर्ती घोटाले के बाद बैकफुट पर है। पार्थ चटर्जी और उनकी करीब अर्पिता मुखर्जी की ED द्वारा गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अर्पिता अब रोने लगी हैं।

Amitabh Budholiya | Published : Jul 30, 2022 5:45 AM IST / Updated: Jul 30 2022, 11:21 AM IST

कोलकाता. पश्चिम बंगाल की राजनीति में बवंडर लाने वाले शिक्षक भर्ती घोटाला (Teacher Recruitment Scam) में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े एक के बाद एक नए खुलासे से ममता सरकार टेंशन में है। पार्थ की गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ममता ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। इस बी अर्पिता के यहां पड़े छापे में अब तक 50 करोड़ से अधिक कैश और 5 करोड़ से अधिक का सोना बरामद हो चुका है। पढ़िए अर्पिता मुखर्जी से जुड़ीं 10 खास बातें...

1. अर्पिता मुखर्जी के पास 4 कारें हैं, जो अब ईडी के रडार पर हैं। ये कारें दक्षिण कोलकाता के फ्लैट की पार्किंग से उस समय गायब हो गई थीं, जब यहां पहली छापेमारी की गई थी। गायब हुईं कारों की लिस्ट में एक मर्सिडीज, एक ऑडी और दो होंडा सिटी शामिल हैं। हालांकि 5वीं कार जो बेसमेंट में थी, उसे ED ने जब्त कर लिया है।

2. ईडी की जांच में पता चल है कि अर्पिता मुखर्जी दो कंपनियों-सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर रह चुकी हैं। सेंट्री इंजीनियरिंग का रजिस्ट्रेशन 16 जनवरी 2001 को हुआ था। जबकि एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन 29 अक्टूबर 2014 को हुआ था। सेंट्री विशेष मशीनरी का निर्माण करती है। इसकी अथॉराइज्ड शेयर कैपिटल या पूंजी ₹10 लाख है। जबकि Echhay Entertainment को ₹1 लाख की शेयर पूंजी के साथ एक कमर्शियल फर्म के रूप में रजिर्स्ड कराया गया है।

3. सेंट्री इंजीनियरिंग के नाम पर रजिस्टर्ड लैंड पर अब तीन मंजिला बिल्डिंग है, जिसे एक निजी अस्पताल को किराए पर दिया गया है। HT मीडिया का दावा है कि यह खुलासा उसने किया है।

4. अर्पिता मुखर्जी के टॉलीगंज फ्लैट इन दोनों कंपनियों के नाम से आफिसियली तौर पर रजिस्टर्ड हैं। जिस फ्लैट से 21 करोड़ रुपए मिले थे, वह सेंट्री इंजीनियरिंग के नाम पर है। एक अन्य कैम्पस में तीन अपार्टमेंट यूनिट हैं, जो Echhay Entertainment के नाम से रजिस्टर्ड हैं

5. टॉलीगंज के फ्लैट यूनिट के मेंटेनेंस का बिल और एलपीजी बिल पेंडिंग हैं।

6. उन तीन फ्लैट यूनिट में से एक (जहां से ₹21 करोड़ की वसूली नहीं की गई थी) एक दर्जन कुत्तों के लिए रिजर्व है। इनमें रॉटवीलर, गोल्डन रिट्रीवर्स, फ्रेंच बुलडॉग, पग और लैब्राडोर शामिल हैं। रेजिडेंट्स एसोसिएशन के एक मेंबर ने कहा कि पार्थ चटर्जी अकसर पालतू जानवरों के साथ समय बिताने आते थे।

7. बता दें कि जिस टीचर्स रिक्रूटमेंट को लेकर ये जांच की जा रही है, उसका नोटिफिकेशन 2014 में जारी किया गया था। नोटबंदी के बाद नई करेंसी 2017 से आई। उसके पहले ही कई अपॉइंटमेंट पूरे कर लिए गए थे।

8. करीब 30 साल की अर्पिता मुखर्जी करीब 10 साल से पार्थ चटर्जी के  टच में हैं। ED को 2012 की एक कन्वेयंस डीड मिली है। यह अर्पिता और पार्थ चटर्जी के जॉइंट नाम पर रजिस्टर्ड है। 

9. हैरानी की बात यह है कि बलघेरिया के देवानपाड़ा इलाके में अर्पिता का पुश्तैनी घर बुरी हालत में है। इस जर्जर घर में उनकी बुजुर्ग मां मिनाती मुखर्जी अकेली रहती हैं। जबकि अर्पिता की छोटी बहन की मैरिज हो चुकी है। वो अपनी ससुराल में है।

10.अर्पिता मुखर्जी बंगाल की मॉडल और छोटी-मोटी एक्ट्रेस रही हैं। अर्पिता ने 2008 से 2014 तक कुछ बंगाली और उड़िया फिल्मों में काम किया है। इसी बीच, 2010 में उनकी मुलाकात मंत्री पार्थ चटर्जी से हुई। इसके बाद अर्पिता कई मौकों पर अक्सर पार्थ के साथ देखी जाती थीं। 

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मैं साजिश का शिकार हूं, पार्थ का दावा; टीएमसी ने जिम्मेदारी से चकमा दिया
पार्टी और मंत्री पद से हटाए जाने के एक दिन बाद पार्थ चटर्जी ने दावा किया कि वह एक साजिश के शिकार हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि वह अकेले ही अपने भाग्य के लिए जिम्मेदार हैं। स्कूल भर्ती घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार 69 वर्षीय नेता फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं।

शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका में ईएसआई अस्पताल ले जाने के बाद जब मेडिकल चेक-अप के लिए व्हीकल से उतरे और पत्रकारों ने उनसे संपर्क किया, तो चटर्जी ने कहा कि वह सिर्फ एक साजिश का शिकार हुए हैं। बाद में अस्पताल से बाहर निकलते समय उन्होंने कहा कि समय बताएगा कि क्या टीएमसी द्वारा उनके खिलाफ की गई कार्रवाई उचित थी? यह फैसला (मुझे निलंबित करने का) निष्पक्ष जांच को प्रभावित कर सकता है, यह तो वक्त ही बताएगा कि फैसला सही था या गलत।

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चटर्जी को बर्खास्त करने की मांग पर मुखर हुए टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, "इतने दिनों के बाद, वह कह रहे हैं कि यह एक साजिश है। इस देश के नागरिक के रूप में वह हमेशा अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।

माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि चटर्जी को साजिश में शामिल लोगों का नाम लेना चाहिए, अगर कोई है। इस स्कूल भर्ती घोटाले के कारण बंगाल की छवि खराब हुई है। चक्रवर्ती ने कहा कि घोटाले के कारण कई लोगों का करियर तबाह हो गया है।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि उन्हें खुलासा करना चाहिए कि साजिश में कौन शामिल थे, क्योंकि उन्होंने खुद साजिश का शिकार होने का दावा किया है। चटर्जी कोई आम आदमी नहीं हैं। वह एक शक्तिशाली मंत्री और टीएमसी के वरिष्ठ नेता थे। उन्होंने कहा कि उन्हें साजिश में शामिल लोगों का नाम लेना चाहिए।

टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है। सत्तारूढ़ खेमे का अर्पिता या उसके घरों से जब्त की गई नकदी से कोई संबंध नहीं है।

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