राज्य में अभी भाजपा की सरकार है और पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले कांग्रेस की सरकार रही। भाजपा इस बार 40 प्लस के नारे के साथ चुनावी मैदान में हैं। यहां पहली बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है।
देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान हो गया है। राज्य की कुल 70 विधानसभा सीटों पर एक चरणों में विधानसभा चुनाव होगें. राज्यों में चुनाव 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. वहीं नतीजे 10 मार्च को घोषित किये जाएंगे। 25 जनवरी से नामांकन शुरू होंगे. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 28 जनवरी होगी। स्क्रूटनी 29 जनवरी को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 31 जनवरी होगी। चुनाव आयोग ने इस बात की जानकारी दी.
कोरोना में चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस वार्तो को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना में चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है। लेकिन कोरोना के बीच चुनाव करना हमारा कर्त्तव्य है। पांचों राज्यों में 18.3 करोड़ मतदाता वोटिंग करेंगे। 80 साल के ज्यादा लोगों, दिव्यांगों और कोविड प्रभावितत लोगों के लिए पोस्टल बैलट की सुविधा होगी. हर एक बूथ पर 1250 मतदाता वोट डालेंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मतदान के लिए समय को एक घंटा बढ़ा दिया गया है. ऐसा कोरोना वारयस के चलते से किया गया है. चुनाव के समय की घोषणा अधिसूचना जारी करने के वक्त की जाएगी.
कोरोना पॉजिटिव घर पर ही डाल सकेगा वोट
उन्होंने कहा कि सभी बूथ पर पुरुष और महिला सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। कोरोना मरीज या संदिग्ध के घर वीडीओ टीम के साथ चुनाव आयोग की टीम विशेष वैन से जाएगी और वोट डलवा कर आएगी। इन्हें बैलेट पेपर से वोट डालने का अधिकार मिलेगा। संवेदनशील बूथों पर पूरे दिन वीडियोग्राफी होगी। पांचों राज्यों में एक लाख से ज्यादा बूथों पर लाइव वेबकास्ट होगा। ऑब्जर्वर भी ज्यादा संख्या में तैनात होंगे।
हर विधानसभा में एक मतदान केंद्र महिला स्टाफ संभालेंगी
हर विधानसभा में एक पोलिंग बूथ पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा। ये महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बेहतर होगा। दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की भी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही कोविड संक्रमित व्यक्तियों के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। वहीं बैटल पेपर के जरिए वोटिंग की व्यवस्था होगी। 690 निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे 1620 मतदान केंद्र होंगे। 11.04 लाख महिलाएं पहली बार मतदान करेंगी।
ऑनलाइन नामांकन जमा करने की ऑप्शनल सुविधा
उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन जमा करने की ऑप्शनल सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है? ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर भी उपलब्ध होगी। इस चुनाव में हर बूथ पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। चुनावी खर्च सीमा बढ़ाकर 40 लाख की गई है। 900 ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे।
सुशील चंद्रा ने कहा कि 15 जनवरी तक कोई रोड शो, कोई फिजिकल रैली, साइकिल रैली नहीं होेगी.
गौरतलब है कि उत्तराखंड में 13 जिले हैं। 2017 के चुनाव में भाजपा को कुल 57 सीटें, कांग्रेस को 11 और अन्य को 2 सीटें मिली थीं। उत्तराखंड में विधानसभा का कार्यकाल मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है। विधानसभा में 70 सदस्यों की संख्या है। राज्य में कुल 81.43 लाख मतदाता हैं। खास बात ये भी है कि राज्य में मतदान की अवधि एक घंटे बढ़ाई गई है। पांच राज्यों में मतदाता सूची फाइनल होने के बाद आज निर्वाचन आयोग की बैठक में तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।
उत्तराखंड चुनाव में सुरक्षा को लेकर अलर्ट
राज्य में अभी भाजपा की सरकार है और पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले कांग्रेस की सरकार रही। भाजपा इस बार 40 प्लस के नारे के साथ चुनावी मैदान में हैं। यहां पहली बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। जबकि कांग्रेस भी राज्य के मुद्दे उठाकर बीजेपी की घेराबंदी करने में जुटी है। बता दें कि उत्तराखंड में 5 साल के कार्यकाल में धामी तीसरे सीएम हैं। इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत भी भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री बनाए।
यह भी जानिए...
Manipur Election 2022: थोड़ी देर में मणिपुर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान, जानें चुनावी प्लान
Goa Election 2022: थोड़ी देर में गोवा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान, जानें सियासी समीकरण