जगदीप सिंह पंजाब की मानसा सीट से विधायक रहे हैं। शमशेर सिंह राय भी कांग्रेस से विधायक रहे हैं। इनके अलावा, हरभग सिंह देसु और गुरतेज सिंह गुढियाना भी अकाली दल के बड़े नेता माने जाते हैं। ये सभी नेता केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए हैं।
नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) से पहले शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) और कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर शिअद के पूर्व नेता जगदीप सिंह नकई (Jagdeep Singh Nakai), रविप्रीत सिंह सिद्धू (Ravipreet Singh Siddhu), हरभग सिंह देसु (Harbhag Singh Desu) और कांग्रेस (Congress) के पूर्व विधायक शमशेर सिंह राय (Shamsher Singh Rai) ने बीजेपी जॉइन कर ली।
बता दें कि जगदीप सिंह पंजाब की मानसा सीट से विधायक रहे हैं। शमशेर सिंह राय भी कांग्रेस से विधायक रहे हैं। इनके अलावा, हरभग सिंह देसु और गुरतेज सिंह गुढियाना भी अकाली दल के बड़े नेता माने जाते हैं। ये सभी नेता केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए हैं। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस विधायक फतेह सिंह बाजवा और बलविंदर सिंह लड्डी ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में दिल्ली में बीजेपी जॉइन की थी। बाजवा कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के भाई हैं। अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के प्रेसिडेंट रहे मनजिंदर सिंह सिरसा ने भाजपा का दामन पहले ही थाम लिया था।
कृषि कानून के बाद विरोध का सामना कर रही बीजेपी
पंजाब में कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद बीजेपी किसानों के विरोध का सामना कर रही है। ऐसे में एक नई रणनीति के तहत अब अकाली दल और कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करना शुरू कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि कृषि कानूनों की वापसी के बाद बीजेपी का इरादा अब पंजाब में अपने दम पर वापसी करने का है। यही वजह है कि अब वह अपनी इस रणनीति के तहत अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है।
अब तक इन नेताओं ने भी बीजेपी जॉइन की
इससे पहले अकाली दल के नेता गुरतेज सिंह गुंधियाना, यूनाइटेड क्रिश्चियन फ्रंट पंजाब के अध्यक्ष कमल बख्शी, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट मधुमीत, वाला से सिविक बॉडी मेंबर निहाल सिंह, संगूर से पूर्व सांसद जगदीप सिंह धालीवाल और पूर्व क्रिकेटर दिनेश मोंगिया भी भाजपा में शामिल हुए। इन सभी लोगों के बीजेपी में शामिल होने से ये उम्मीद बनी है कि कृषि कानूनों की वजह से पंजाब में जो पार्टी को नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई हो सकेगी।
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