राजस्थान के भरतपुर जिले में इन दिन चमत्कार जैसा मामला देखने को मिल रहा है। जहां 10 साल से डेढ़ सौ फीट गहरा कुआं सूख चुका था। पानी की एक बूंद तक नहीं थी। लेकिन अब पानी ही पानी निकल आया। इस पानी से कई बीमारियां ठीक हो रही हैं।
भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पिछले करीब 10 साल से एक डेढ़ सौ फीट गहरा कुआं सूख चुका था। कुएं में पानी की एक बूंद तक नहीं थी। बीती शाम इसमें से अचानक के पानी निकलने लगा तो लोग इसे चमत्कार समझ बैठे। लोगों का कहना है कि यह चमत्कार हुआ है। लोग तो यह मान रहे हैं कि इस कुएं का पानी पीने से उनके हाथ पैर सर दर्द जैसी बीमारियां भी ठीक होने लगी है। फिलहाल जलदाय विभाग ने इस कुएं के पानी का सैंपल लिया है रिपोर्ट आने पर ही पूरे मामले का पता चल पाएगा।
पानी की फुहार आई तो पूजा-पाठ करने लगे लोग
दरअसल भरतपुर के नदबई तहसील के गादोली गांव में यह कुआं है जो गांव के बीचो-बीच ही बना हुआ था। पिछले करीब 10 साल से कुआं बंद था। जिसे पत्थरों से ढक दिया गया था। बीती शाम इसमें अचानक से पानी की फुहार आई। तो लोग यहां पूजा अर्चना करने लगे। वही लोगों ने धार्मिक आस्था के चलते इस कुएं पर प्रसाद चढ़ाना भी शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि वह लंबे समय से बंद था। फिर इसमें कचरा डालना शुरू कर दिया गया। लेकिन फिर कचरा नीचे धंस गया और कुआ पूरी तरह से खाली हो गया।
कुएं में दस साल से पानी की एक बूंद तक नहीं...फिर भी चमत्कार
वही इस पूरे मामले को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कुआं 10 साल पहले पूरी तरह से सूख चुका था। केवल उसके पेंदे में ही पानी बचा हुआ हो। 10 साल तक जो कचरा डाला गया तो वह है इसी लोहे या अन्य ढांचे पर जाकर गिरा हो। अचानक से कचरा उस ढांचे के साथ पैंदे में चले जाने से पानी ऊपर आ गया हो। और जमीन से भी कुएं में पानी आ रहा हो तो ऐसे में हो सकता है कि कुएं में वापस पानी की निरंतर सप्लाई चालू रह सके। हालांकि इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि दरअसल मामला है क्या।