राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार सुबह एक शिव मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटना सामने आई है। इस वारदात के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया और जमकर नारेबाजी की। मामलें में पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी.......
भीलवाड़ा (राजस्थान). सावन माह के पावन महीने में राजस्थान में भगवान शिव का मंदिर तोड़ने का मामला सामने आया है। बुधवार 3 अगस्त की सुबह गांव के जब कुछ लोग मंदिर में पूजा करने के लिए आए तो उन्हें मंदिर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त मिला। जिसके बाद उन्होंने आक्रोश में जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी देर से समझाइश की लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद स्थानीय सरपंच ने मंदिर का वापस से निर्माण करवाने की बात कही। जिसके बाद लोग समझे। लोगों ने आक्रोश जताते हुए पुलिस को अल्टीमेटम भी दिया है कि वह जल्द से जल्द आरोपियों को ढूंढें। फिलहाल पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है।
क्या है मामला
मामला राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रायपुर कस्बे का है। जहां बोराणा रोड पर ऋण मुक्तेश्वर मंदिर में बुधवार की सुबह गांव के कुछ लोग रोज की तरह पूजा करने के लिए आए। जहां उन्होंने देखा कि मंदिर के एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह से टूटा हुआ है। इसके बाद इन लोगों ने ग्रामीणों को इसकी सूचना दी मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए जो प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जब इसकी सूचना पुलिस को लगी तो स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। जिन्होने जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है। वहीं स्थानीय सरपंच द्वारा मंदिर का निर्माण वापस जल्द से जल्द करवाने की बात पर लोगों का आक्रोश खत्म हुआ। अब पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर मंदिर तोड़ने वाले आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
तुरंत मौके पर पहुंची पुलिस,सांप्रदायिक तनाव फैलने से रोका
गौरतलब है कि राजस्थान में इस बार कई इलाकों में सांप्रदायिक तनाव के हालात बने हैं। आज सुबह मंदिर में हुई तोड़फोड़ के बाद भी लोगों में काफी आक्रोश बढ़ चुका था लेकिन स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने समय रहते हालात काबू में ले लिए। पुलिस का मानना है कि इस वारदात में स्थानीय लोगों का ही शामिल होना है। वही राजस्थान में यह पहला मामला नहीं है जब किसी मंदिर यहां मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया हो। इससे पहले भी राजसमंद और उदयपुर के ग्रामीण इलाकों में ऐसी घटना सामने आई है। हालांकि उन दोनों मामलों में पुलिस ने समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।