8 दिसंबर को राजस्थान के जोधपुर में शेरगढ़ इलाके के भुंगरा गांव में हुए अग्निकांड को आज पूरे 20 दिन हो गए हैं। इस हादसे में 35 लोगों की मौत हो चुकी है। अब दूल्हे को होश आया है। दूल्हे के पता है कि पूरा परिवार सलामत है। वह होश आते ही बोला-जल्द ही मां-बाप से मिलूंगा।
जोधपुर. राजस्थान ही नहीं दुनिया का शायद सबसे अभागा दूल्हा होगा ये....। जिसकी बारात रवाना होने से ठीक पहले पांच सिलेंडर फट गए और अब तक 35 लोग जिंदा जल गए। अभागे दूल्हे को नहीं पता इन 35 लोगों में से पंद्रह लोग उसके परिवार के खास हैं । परिवार में अब वह और उसका भाई एवं भाभी ही बचे हैं। बाकि सबकी जलने से मौत हो चुकी है। अभी भी दस लोग अस्पताल में भर्ती हैं और जीवन एवं मौत के बीच संघर्षरत हैं।
दूल्हा सुरेन्द्र सिंह बोला, सबसे पहले माता पिता से मिलूंगा, मां बहुत याद आ रही...
दरअसल आठ दिसम्बर को राजस्थान के जोधपुर में शेरगढ़ इलाके के भुंगरा गांव में दूल्हे सुरेन्द्र सिंह की बारात रवाना हो रही थी। उस समय सिलेंडर फटे और 35 लोग जिंदा जल गए। इनमें दूल्हे के पिता सगत सिंह, मां धापू देवी, ताउ ताई, परिवार के पंद्रह लोग भी जल गए। जिंदा बचे हुए लोगों में दूल्हे का बड़ा भाई सांग सिंह और उसकी भाभी पूनम कंवर ही हैं। बाकि परिवार नष्ट और तबाह हो चुका है। दूल्हे को भी जलने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था जोधुपर में। पिछले बीस दिन से उसका इलाज चल रहा है। दो दोस्त उसकी देखभाल कर रहे हैं।
जोधपुर अग्निकांड की सबसे भयावह तस्वीर
दोस्तों ने सुरेन्द्र सिंह को नहीं बताया कि अब उसके परिवार में सिर्फ चुनिंदा लोग ही बचे हैं माता पिता समेत कईयों की मौत हो चुकी है। जबकि उसे बताया गया है कि कुछ लोग मामूली झुलसे हैं लेकिन अब स्वस्थ हैं। दूल्हे की देखभाल करने वाले उसके साथी ने बताया कि सुरेन्द्र को तीन दिन पहले ही आईसीयू से बाहर वार्ड में शिफ्ट किया गया है। अब तीन चार दिन बार घेर भेज दिया जाएगा। सुरेन्द्र का कहना है कि सबसे पहले वह मां से मिलेगा, मां बहुत याद आती है।