सालों बाद एक मंच पर दिखेंगे गहलोत-पायलट, नए अध्यक्ष की मौजूदगी में क्या मिटेंगी दोनों की दूरियां !

सालों बाद आज धुर विरोधी माने जाने वाले सचिन पायलट और अशोक गहलोत सालों बाद एक ही मंच पर दिखाई देंगे। मौका रहेगा कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के शपथ ग्रहण का।

Ujjwal Singh | Published : Oct 26, 2022 3:43 AM IST / Updated: Oct 26 2022, 09:56 AM IST

जयपुर(Rajsthan).  दिवाली का त्यौहार राजस्थान में जहां इस बार पूरे धूमधाम से मनाया गया। अब यही दिवाली प्रदेश की कांग्रेस पार्टी में दिखने वाली है। सालों बाद आज धुर विरोधी माने जाने वाले सचिन पायलट और अशोक गहलोत सालों बाद एक ही मंच पर दिखाई देंगे। मौका रहेगा कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के शपथ ग्रहण का। दिल्ली में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दोनों शामिल होंगे।

आपको बता दें कि 17 अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में खड़गे ने पार्टी के 90% वोट हासिल किए थे। दूसरे नंबर पर रहने वाले शशि थरूर केवल 10% वोटों के साथ ही शांत बैठ गए। शुरुआत में इस पद के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चर्चा चली थी। लेकिन राजस्थान में सितंबर में हुए सियासी घटनाक्रम को शांत करने और गहलोत को राजस्थान में ही रखने के लिए खड़गे ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। अशोक गहलोत खड़गे के प्रस्तावक बने गए। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में गहलोत ने भी खड़गे को ज्यादा से ज्यादा वोट दिलाने को पूरा जोर लगा दिया।

बैठक में पास होगा सिंगल लाइन प्रस्ताव 
राजनीतिक सलाहकारों की माने तो अब दिल्ली में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की ताजपोशी के बाद अगले महीने की शुरुआत में आलाकमान राजस्थान में एक बार फिर पर्यवेक्षक भेजेगा। यहां विधायक दल की बैठक बुलाकर उसमें सिंगल लाइन का प्रस्ताव पास किया जाएगा। जिससे आलाकमान को गुड मैसेज जाएगा। वहीं कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा भी दिसंबर में राजस्थान के कुछ जिलों से होकर गुजरेगी।

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